Thursday, February 16, 2012

जिन्हें पहनाया ताज उन्हीं ने किया नाराज


अररिया : जिले के विशिष्ट स्थानों को अपने में समायोजित करने वाले शहर के ओमनगर चौतरफा सड़क व नालों की समस्या से जूझ रहा है। नाला के अभाव में जल जमाव यहां की मुख्य समस्या है। वार्ड के ठीक बीचोबीच कोसी का छाड़न रहने के बावजूद जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात के दिनों में यहां के लोग कीचड़ एवं कच्ची सड़कों पर चलने के लिए विवश रहते हैं। वार्ड की गलियों में 30 ऐसी हैं जहां ईट सोलिंग तो दूर मिट्टी भी नहीं भरा गया। नप द्वारा मिले करीब 45 लाख के आवंटन में पार्षद ने उन्हीं कार्यो को प्राथमिकता दी जहां उनका मन भाया। बगल में पावर ग्रिड रहने के बावजूद कई गलियों में बिजली का घोर अभाव है। वार्डवासियों ने बताया कि उनके वार्ड में 70 बिजली के खंभे की जरूरत है। लेकिन इस जरूरत को पूरा करें तो कौन?
आठ हजार की आबादी वाले इस वार्ड में 2700 सौ से अधिक मतदाता हैं। पांच वर्ष पूर्व यहां के मतदाताओं ने इस आशा के साथ सुकदेव ठाकुर को वार्ड की कमान सौंपी थी कि वे उनकी उम्मीद पर खरा उतरेंगे। लेकिन..। वार्ड वासियों का कहना था कि जिस उम्मीद के साथ श्री ठाकुर को ताज पहनाया था। उस उम्मीद पर वे खरा नहीं उतरे। मुहल्ले में गरीबी का आलम यह है कि बीच शहर में रहने के बाद भी अधिकांश लोग कच्चे मकान में रहने के लिए विवश हैं। इस वार्ड में कुल 1300 कार्डधारी है। जिनमें 665 बीपीएल तथा 446 एपीएल परिवारों की संख्या है। 189 परिवारों को अन्त्योदय योजना का लाभ दिया जा रहा है। वार्ड में एक नवसृजित प्राथमिक विद्यालय तथा 2 आंगनबाड़ी केंद्र की संख्या है। लेकिन बिन टोला, बुआरीबाध, कोल्ड स्टोर के दक्षिण पोखर टोला के आज भी कई बच्चे स्कूल का मुंह नहीं देख पाये हैं। इसी वार्ड में मार्केटिंग यार्ड, पुलिस लाइन, स्टेट बैंक एवं कई अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान हैं। लेकिन विकास के नाम पर चारों ओर तबाही ही तबाही है। रानीगंज रोड से स्टेशन जाने वाली नहर किनारे रोड का आज तक सुध नहीं ली गयी। जबकि प्रतिदिन इस रोड से हजारों लोगों का आना जाना है।
क्या कहते हैं वार्डवासी
ओमनगर निवासी रंजीत कुमार दास ने बताया कि जन अपेक्षा के मुताबिक पार्षद ने आज तक कोई काम नहीं किया। पार्षद उन्हीं कार्यो को स्थान दिया जहां उन्हें ज्यादा लाभ मिला। वहीं अजय कुमार जायसवाल ने वार्ड में नाला के अभाव में जल जमाव की समस्या को महत्वपूर्ण बताया। जबकि प्रवीण कुमार का कहना था कि पार्षद अनियमितताओं की प्रतिमृर्ति हैं। चक्रवाती तूफान, कंबल योजना आदि में जमकर अनियमितता हुई है। बिन टोला की रहने वाली रूक्मिणी देवी, राजो मसोमात आदि ने बताया कि उन लोगों को नप से कोई लाभ नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि वे गरीब हैं, लेकिन न तो उन्हें चक्रवाती तूफान का मुआवजा मिला न ही कंबल।
क्या कहते हैं पार्षद:
वार्ड पार्षद सुकदेव ठाकुर का कहना है कि आम लोगों के उम्मीद पर खरा उतरने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किया है। उन्होंने किसी भी योजनाओं में अनियमितता नहीं बरतने की बात कही। पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड में सड़क व नाला की समस्या विकराल जरूर है, लेकिन मिले आवंटन से प्राथमिकता के आधार पर एक नाला व तीन सड़क का निर्माण कराया है।

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