Saturday, February 18, 2012

बोधि संवाद प्रशिक्षण के नाम पर हो रही गड़बड़ी


अररिया  : डीएम द्वारा अररिया बीआरसी का सोमवार को निरीक्षण और फिर उसी दिन डीइओ द्वारा रानीगंज बीआरसी का निरीक्षण किया गया। इस औचक कार्रवाई से दोनों बीआरसी में चल रहे बोधि संवाद प्रशिक्षण की असलियत सामने आ गई। जोकीहाट बीआरसी में भी एसएसए डीपीओ ने दो दिन पूर्व जांच की थी। तीनों जगहों से प्रशिक्षण के नाम पर खानापूर्ति करने का मामला उजागर हुआ।
बोधि संवाद प्रशिक्षण कार्यक्रम के नाम पर बीआरसी में कहीं इससे पहले लाखों की राशि का गबन तो नहीं कर लिया गया था? यह सवाल रानीगंज व अररिया के निरीक्षण रिपोर्ट से उठने लगा है। हालांकि सर्वशिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने सरकारी राशि गबन करने की बात को नकारा है। उन्होंने कहा कि रात्रि में महिला शिक्षक प्रशिक्षण से चली जाती है। परंतु उनके जवाब के विपरीत डीएम एम. सरवणन ने तो सोमवार को सुबह ग्यारह बजे अररिया बीआरसी में शिक्षकों को गायब पाया था। रानीगंज में बीइइओ, तीन बीआरपी तथा 38 प्रशिक्षु शिक्षक पर डीइओ ने पहले ही गाज गिरा दी है। अब इधर डीएम एम. सरवणन ने पूरे मामले की रिपोर्ट डीइओ से मांगी है। डीएम के निर्देश पर डीपीओ ने अररिया बीआरसी मामले की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। गुरुवार को डीएम ने बताया कि डीपीओ ने बीइइओ समेत अनुपस्थित सभी शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है। डीएम ने कहा कि प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश डीइओ को दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनवरत जारी बोधि संवाद प्रशिक्षण की मॉनीटरिंग इससे पहले कभी नहीं की जाती थी। जांच का सिलसिला डीएम के द्वारा शुरू किया गया तो शिक्षा विभाग की कुंभकर्णी निद्रा टूट गई। डीपीओ की माने तो उन्होंने इसी मामले में जोकीहाट बीइइओ व बीआरपी से स्पष्टीकरण भी पूछा है। श्री ठाकुर ने बताया कि उनके द्वारा दो-तीन दिनों से लगातार प्रशिक्षण का मुआयना किया जा रहा है।

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