Saturday, February 18, 2012

सभी को शिक्षित करना विद्या भारती का उद्देश्य : महेश


फारसिबगंज (अररिया) : भारतीय सभ्यता और संस्कृति के आधार पर आधुनिक शिक्षा प्रणाली को आत्मसात करते हुए समाज के सभी को सुशिक्षित और सुयोग्य बनाना ही विद्या भारती का प्रमुख उद्देश्य है। वर्तमान में देश भर के तीस हजार लोक शिक्षा समिति संचालित विद्यालयों में लगभग डेढ़ करोड़ भैया-बहन अध्यनरत हैं।
उक्त कथन है लोक शिक्षा समिति के प्रदेश मंत्री महेश प्रसाद सिंह का। सीमांचल के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान श्रीरानी सरस्वती विद्या मंदिर व गंगा सरस्वती शिशु मंदिर के जयंती वार्षिकोत्सव के अवसर पर उन्होंने शुक्रवार को बताया कि शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाते हुए विद्यालय ने रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर लिया है। इस उपलक्ष्य में विद्यालय परिवार द्वारा वर्ष भर पठन-पाठन के साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के साथ ही विद्यालय में चार दिवसीय प्रधानाचार्य एवं व्यवस्थापक सम्मेलन का शुभारंभ शनिवार को होगा। सम्मेलन में विगत वर्ष के कार्य योजनाओं की समीक्षा एवं आगामी सत्र की योजनाओं पर विचार किए जायेंगे। वार्ता में उनके साथ उपस्थित विभाग निरीक्षक नकुल कुमार शर्मा ने बताया कि प्रधानाचार्य सम्मेलन में प्रदेश के बाइस जिलों से कुल 230 प्रधानाचार्य एवं 100 व्यवस्थापक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इस अवसर पर लोक शि.स. के प्रदेश कार्यालय प्रमुख उमाशंकर जी, स्थानीय समिति के मंत्री सीताराम जायसवाल, विद्यालय द्वय के प्रधानाचार्य क्रमश: शंभू शरण तिवारी और भोला प्रसाद, मीडिया प्रभारी अशोक झा तथा विद्यालय किशोर भारती के सह मंत्री अनुराग मनी भी उपस्थित थे।

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