अररिया : फारबिसगंज सैरात बंदोबस्ती में अनियमितता का मामला जांच में सत्य पाया गया है। आयुक्त ने इस मामले में नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव को कार्रवाई की अनुशंसा की है। इसके साथ ही नगर परिषद में चुनाव लड़ रहे पूर्व अध्यक्ष वीणा देवी समेत चार प्रत्याशियों पर कार्रवाई की तलवार भी लटकने लगी है।
जानकारी के मुताबिक फारबिसगंज के उद्योगपति मूलचंद गोलछा ने बीते 6 अप्रैल को आयुक्त कार्यालय में परिवाद पत्र दायर कर अरोप लगाया था कि बस पड़ाव बंदोबस्ती में सशक्त स्थायी समिति के सदस्य पूर्व नप अध्यक्ष वीणा देवी समेत राज कुमार अग्रवाल, अनिल सिन्हा, सप्तमी पाल ने आपस में निर्णय लेकर अपने चहेते लोगों को स्थान दिया। उद्योगपति ने यह भी आरोप लगाया था कि सैरात धारी नियम को ताक पर रखते हुये उच्च मार्ग से लेकर सभी सड़कों पर शुल्क की वसूली की गयी। आरोपों से जुड़े परिवाद पत्र दाखिल होने के बाद आयुक्त के निर्देश पर उनके सचिव ने मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट मिलते ही आयुक्त ने आरोप को सत्य पाया है। आयुक्त ने नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को विभागीय पत्रांक 1297 के आलोक में आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिये पत्र प्रेषित किया है। बताया जा रहा है कि यदि कार्रवाई हुई तो चुनाव जीतने के बाद भी उनपर चुनाव आयोग की तलवार लटक सकती है।
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