Friday, November 18, 2011

पोषाहार: बच्चों से अधिक अधिकारियों की पकती है खिचड़ी

सिकटी (अररिया) : आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिये जाने वाले पोषाहार राशि का अधिकांश हिस्सा सेविका-सहायिका, सीडीपीओ व संबंधित अधिकारियों की 'खिचड़ी' के काम आ रहा है। उक्त राशि बच्चों के बीच पहुंचने के पूर्व ही समाप्त हो जाती है। सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर हर दिन बच्चों को पोषाहार के लिये 10975 रुपये की राशि दे रही है। इसके अलावा प्रति केन्द्रों पर आठ गर्भवती एवं आठ धातृ माता को तीन-तीन किलो चावल एवं डेढ़ किलो दाल महीने में एक बार 15 तारीख को वितरण करने का प्रावधान है। साथ ही 12 अति कुपोषित बच्चों को प्रति बच्चे की दर से चार किलों चावल एवं दो किलो दाल भी देने की व्यवस्था है। वहीं 28 कुपोषित बच्चे को ढाई किलो चावल एवं सवा किलो दाल देने का निर्देश है। लेकिन सरकार की यह योजना कागजों पर ही कारगर दिखती है धरातल पर इसकी सच्चाई बिल्कुल उलट है। आंगनबाड़ी केन्द्र चलते तो हैं लेकिन हर दिन इसमें 40 बच्चों को भोजन नही कराया जाता। महज कुछ बच्चों को खाना खिलाकर खानापूर्ति कर ली जाती है। महीना में दस दिन भी केन्द्रों पर भोजन मिला जाय तो बड़ी बात। यह हाल सिर्फ सिकटी प्रखंड का ही नहीं बल्कि जिले के सभी प्रखंडों का यही हाल है। इस संबंध में आला अधिकारी कुछ भी बताने से कतराते हैं।

0 comments:

Post a Comment