अररिया : क्षेत्र दौरा पर अररिया पहुंचे विधान पार्षद डा दिलीप जायसवाल ने गुरूवार को पत्रकारों को संबोधित करते कहा कि अररिया के जिला पदाधिकारी एम सरवणन निश्चय हीं एक ईमानदार एवं कर्मठ पदाधिकारी हैं। लेकिन उनके कनीय पदाधिकारी ईमानदारी का कवच पहन कर अररिया के पंचायत प्रतिनिधियों का भयादोहन कर रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यहां के पदाधिकारी अवैध उगाही के लिये पंचायत प्रतिनिधियों को बिचौलिये, दलाल और न जाने क्या क्या कह रहे हैं। जो गलत है। श्री जायसवाल ने बताया कि इंदिरा आवास का मामला हो या फिर कोई अन्य योजना, आज भी जिले में लूट खसोट का धंधा जारी है। इस धंधे में संलिप्त अधिकारी जिला पदाधिकारी का भय दिखाते हैं। लेकिन भीतर ही भीतर लाभुकों व योजनाओं के अभिकर्ताओं से कमीशनखोरी करने में लगे हैं।
डा. जायसवाल ने कहा कि जिला पदाधिकारी को अपनी आंखों से जिले में हो रहे भ्रष्टाचार की कहानी को पढ़ना होगा, ताकि सरकार के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके। उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह में मुख्यमंत्री की सेवा यात्रा तक यदि पदाधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों का भयादोहन करना बंद नही करेंगे तो अररिया के तमाम जनप्रतिनिधि अन्ना हजारे की तरह शांति पूर्ण आन्दोलन के लिये विवश होंगे। आन्दोलन की अगुवाई वे स्वयं करेंगे।
डा जायसवाल ने बताया कि करीब ग्यारह वर्ष पूर्व पंचायती राज की पुनस्र्थापना हुई। केन्द्र व राज्य सरकार की तरह पंचायत प्रतिनिधियों को भी विकास के लिये उनका कार्य क्षेत्र व अधिकार निर्धारित किये गये। लेकिन वर्तमान स्थिति में उसका पालन नहीं हो रहा। ग्राम कचहरी का तो उद्देश्य मानो समाप्त होता जा रहा है। दस हजार तक की चोरी के मामले समेत आईपीसी की 40 धाराओं के तहत आने वाले मामले का निष्पादन ग्राम कचहरी में किया जाना है। लेकिन पुलिस ऐसे मामलों का स्वयं निष्पादन करने के लिये तत्पर रहती है। ऐसे में ग्राम कचहरी बेमतलब साबित हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार से मुख्यमंत्री योजना के तहत वार्ड सदस्यों को भी एक एक सायकिल उपलब्ध कराने की मांग की और कहा कि सरकार जिस प्रकार महिला सशक्तिकरण के लिये महिलाओं को भागीदारी सौंपी है। उसके लिये प्रखंडों में कक्ष एवं शौचालय की व्यवस्था होना अनिवार्य है। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक कुमार भगत, भरगामा के प्रखंड अध्यक्ष यादवेन्दु जी, जोकीहाट के पीपी मो आरफीन, सिकटी के पीपी कमरूज्जमा, पूर्व जिप अध्यक्ष पप्पु अजीम समेत एक दर्जन से अधिक पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।
डा. जायसवाल ने कहा कि जिला पदाधिकारी को अपनी आंखों से जिले में हो रहे भ्रष्टाचार की कहानी को पढ़ना होगा, ताकि सरकार के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके। उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह में मुख्यमंत्री की सेवा यात्रा तक यदि पदाधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों का भयादोहन करना बंद नही करेंगे तो अररिया के तमाम जनप्रतिनिधि अन्ना हजारे की तरह शांति पूर्ण आन्दोलन के लिये विवश होंगे। आन्दोलन की अगुवाई वे स्वयं करेंगे।
डा जायसवाल ने बताया कि करीब ग्यारह वर्ष पूर्व पंचायती राज की पुनस्र्थापना हुई। केन्द्र व राज्य सरकार की तरह पंचायत प्रतिनिधियों को भी विकास के लिये उनका कार्य क्षेत्र व अधिकार निर्धारित किये गये। लेकिन वर्तमान स्थिति में उसका पालन नहीं हो रहा। ग्राम कचहरी का तो उद्देश्य मानो समाप्त होता जा रहा है। दस हजार तक की चोरी के मामले समेत आईपीसी की 40 धाराओं के तहत आने वाले मामले का निष्पादन ग्राम कचहरी में किया जाना है। लेकिन पुलिस ऐसे मामलों का स्वयं निष्पादन करने के लिये तत्पर रहती है। ऐसे में ग्राम कचहरी बेमतलब साबित हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार से मुख्यमंत्री योजना के तहत वार्ड सदस्यों को भी एक एक सायकिल उपलब्ध कराने की मांग की और कहा कि सरकार जिस प्रकार महिला सशक्तिकरण के लिये महिलाओं को भागीदारी सौंपी है। उसके लिये प्रखंडों में कक्ष एवं शौचालय की व्यवस्था होना अनिवार्य है। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक कुमार भगत, भरगामा के प्रखंड अध्यक्ष यादवेन्दु जी, जोकीहाट के पीपी मो आरफीन, सिकटी के पीपी कमरूज्जमा, पूर्व जिप अध्यक्ष पप्पु अजीम समेत एक दर्जन से अधिक पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।
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