अररिया : अररिया समेत संपूर्ण कोसी इलाके में संसाधनों की कमी नहीं है। यहां उपजाऊ जमीन व बेहतरीन प्राकृतिक जल संपदा मौजूद है। इसके बावजूद यहां एक बड़ी आबादी को भरपेट भोजन नहीं मिलता है। इसका कारण यहां पानी के बेहतर प्रबंधन व संचयन का अभाव है।
जिले के सभी नौ प्रखंडों की भूमि काफी उपजाऊ मानी जाती है। यहां की मुख्य फसल धान व गेहूं है। लेकिन सिंचाई सुविधा की कमी है। जल संसाधन से जुड़े हाइड्रोलॉजी सर्वे का दायित्व केंद्र सरकार का है। लेकिन कई दशकों से इस इलाके में हाइड्रोलॉजी सर्वे नहीं कराया गया है। नदियों से करोड़ों घनमीटर पानी हर साल बह कर समुद्र में गिर जाता है, लेकिन खेतों में पानी पटवन के लिए हायतौबा मची रहती है।
जिले के सभी नौ प्रखंडों की भूमि काफी उपजाऊ मानी जाती है। यहां की मुख्य फसल धान व गेहूं है। लेकिन सिंचाई सुविधा की कमी है। जल संसाधन से जुड़े हाइड्रोलॉजी सर्वे का दायित्व केंद्र सरकार का है। लेकिन कई दशकों से इस इलाके में हाइड्रोलॉजी सर्वे नहीं कराया गया है। नदियों से करोड़ों घनमीटर पानी हर साल बह कर समुद्र में गिर जाता है, लेकिन खेतों में पानी पटवन के लिए हायतौबा मची रहती है।
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