रानीगंज (अररिया) : प्रखंड के पचीरा पंचायत वासियों की सामूहिक शिकायत पर इंदिरा आवास एवं मनरेगा की योजनाओं की जांच के लिए केंद्र से ग्रामीण विकास नेशनल मानीटर कालीचरण ने रानीगंज पहुंच कर मामलों की जांच शुरू कर दी है।
इस दौरान वे गत 10 वर्षो के इंदिरा आवास एवं मनरेगा की योजनाओं के क्रियान्वयन की जांच करेंगे।
इस कार्य के लिए उन्हें प्रखंड कार्यालय से पचीरा पंचायत के 1500 लाभार्थियों की सूची सौंपी गयी। जांच के दौरान वे जब वे स्थल पर पहुंचे तो वहां की स्थिति देख हतप्रभ रह गये। ग्राम वासियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने कहा कि अगर लाभार्थी को योजना का सही लाभ मिलता तो पंचायत में इंदिरा आवास हीं इंदिरा आवास नजर आते। जांच के दौरान अधिकांश लाभुकों ने राशि के बंदरबांट की कहानी बतायी। पंचायत में वैसे लाभुकों की संख्या भी काफी अधिक है जिन्होंने राशि का उठाव करने के बावजूद आवास नहीं बनाए हैं। लाभुकों के आधे-अधूरे मकान भी कुछ अलग हीं कहानी बयां कर रहे थे।
विदित हो कि पंचायत वासियों की ओर से सामूहिक शिकायत की गयी थी जिसमें इंदिरा आवास एवं मनरेगा की योजनाओं में भारी गड़बड़ी का आरोप पंचायत प्रतिनिधियों व सरकारी मुलाजिमों पर लगाया गया है, जिनकी संख्या 14 है।
जांच के दौरान मानीटर ने प्रखंड कार्यालय में वर्ष 2000 से 2010 के इंदिरा आवास लाभुकों की सूची, आवंटन, कैश बुक एवं अभिलेख का भी अवलोकन किया। इस दौरान डीआरडीए निदेशक जफर रकीब भी उपस्थित थे। जांच का परिणाम चाहे जो हो बिचौलियों के होश उड़े हैं, इधर जानकारों की माने तो जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो सकते हैं जो कई पंचायत प्रतिनिधि एवं सरकारी कर्मियों को बेनकाब कर देंगे।
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