भरगामा (अररिया) : एक अदद अग्निशामक के अभाव में भरगामा प्रखंड के सैकड़ों घर प्रति वर्ष आग की लपटों में स्वाहा हो रहे हैं। साथ हीं राख हो जाते हैं आम लोगों के गाढ़ी कमाई के साथ उनके सपने भी।
चर्चा अगर पिछले कुछ महीनों में हुई आग से तबाही की करें तो महज एक वर्ष के अंदर कम से कम सैकड़ों घर तथा लाखों की संपत्ति को आग ने देखते हीं देखते लील लिया।
प्रखंड के मुस्लिम टोला भरगामा में एक वर्ष पूर्व हुई अगलगी में जर्बदस्त तांडव मचा। यहां सत्तो राम, सिवन राम, मो. मतीन, मो. इबरार, मो. कुर्शीद, मंजूर, मो. आलम समेत अन्य के कम से कम 80 घर को देखते हीं देखते जलकर राख हो गये। आग की इस घटना में सैकड़ों क्विंटल अनाज, गहने, नगदी के साथ दो दर्जन से उपर मवेशी भी स्वाहा हो गए। आग की विनाशलीला जब थमी तो बस्ती राख के ढेर में तब्दील हो चुकी थी। कुछ हीं दिनों बाद हिंगवा गांव में हुई आग की घटना में भी डेढ़ दर्जन से उपर घर तथा करीब लाख से उपर की संपत्ति भी राख हो गई।
इस घटना केबाद तो जैसे आग लगने का सिलसिला ही प्रारंभ हो गया। मंगलवार चरैया, खुटहा, खजुरी, वीरनगर आदि गांवों में एक वर्ष के अंदर कम से कम ढ़ाई सौ घर जलकर राख हो गये हैं। इन घटनाओं में कई दर्जन मवेशी के साथ लाखों की संपत्ति जलने का अनुमान है।
आग से क्षति का खामियाजा भुगतना यहां के लोगों का नसीब सा बन चुका है। गाढ़ी कमाई के रूप में सर्वस्व गंवा चुके लोग बताते हैं कि आवेदन के माध्यम से तत्काल सहायता की गुहार प्रशासन से भी लगाई गई, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली।
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