Monday, January 23, 2012

वाहनों पर गिर रही तेल में मिलावट की गाज


अररिया : मिलावटखोरों ने पेट्रोलियम पदार्थो को भी नहीं छोड़ा है। पेट्रोल व डीजल में मिलावट के कारण दुपहिया व चौपहिया वाहनों के इंजन लगातार खराब हो रहे हैं। मिलावटखोरों के हौसले बुलंद हैं वहीं इन्हें रोकने के प्रति प्रशासन अब तक कोई ठोस पहल नहीं कर पाया है।
दुपहिया मैकेनिक अरुण सिंह ने बताया कि पेट्रोल में मिलावट का असर सबसे पहले वाहन के साइलेंसर पर पड़ता है। गैरेज में जो गाड़ियां बनने के लिए आती हैं उनमें साइलेंसर जर्जर होने की शिकायत आम है। वहीं, उन्होंने बताया कि मिलावटी तेल के प्रयोग से इंजन के रिंग व पिस्टन पर भी खराब असर पड़ता है। गाड़ी धुंआ देने लगती है और उसकी ताकत भी घट जाती है।
तेल में मिलावट की शिकायत मो.कलाम, शाहिद, हरवा, बसंत, बबलू सहित तकरीबन सभी गैरेज संचालकों की है।
सूत्रों की मानें तो पेट्रोल व डीजल में मिलावट करने वाले गिरोह की पहुंच बेहद उंची है और शासन तंत्र की कमजोर इच्छा शक्ति के कारण इन पर नियंत्रण पाना मुश्किल ही नजर आता है। सूत्रों पर यकीन करें तो जिले के अधिकांश पेट्रोल पंपों में मिलावटी तेल की बिक्री होती है। प्रशासन अगर इन पर कभी छापा भी डालता है तो ये जब्त किए गए सेंपल को ही चेंज कर देते हैं। ज्ञात हो कि सन 2008 में तत्कालीन एसडीओ बाला मुरुगन डी ने शहर के एक पेट्रोल पंप पर मिलावट की शिकायत के बाद वहां रेड किया था। इस दौरान पंप पर खुलेआम मिलावट करते हुए पाया गया। मिलावटी तेल से भरी टैंक लारी भी पकड़ी गयी, लेकिन इस रेड की अंतिम परिणति कुल मिलाकर शून्य रही।
इधर, डीजल में केरोसीन की मिलावट से भी उपभोक्ता परेशान हैं। पंप वाले डीजल में खुलेआम केरोसीन मिला रहे हैं। बिजली की खराब स्थिति के कारण बाजार में शाम की रोशनी जेनेरेटरों के भरोसे रहती है। इन जेनेरेटरों में मिलावटी डीजल का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता है, जिससे शाम के वक्त शहर की सड़कों व गलियों में भारी प्रदूषण फैला रहता है। मिलावटी डीजल के कारण डीजल इंजनों में खराबी की शिकायतें भी आम हैं।

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