Monday, April 9, 2012

तूफान के कहर से किसान त्राहिमाम


अररिया/सिकटी : अररिया के विभिन्न प्रखंडों में शुक्रवार की संध्या आयी भीषण तूफान व ओलावृष्टि से किसान त्राहिमाम कर रहे हैं। सैकड़ों एकड़ खेत में लगे गेहूं, मक्का व दलहन की फसल बिल्कुल बर्बाद हो गयी है। वहीं दर्जनों कच्चे मकान हवा के झोंके में तहस-नहस हो गए हैं। किसान एक बार फिर सब कुछ जमा पूंजी गंवा कर कंगाल बन गये हैं। बुद्धिजीवियों ने ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग की है। एसडीओ अररिया डा. विनोद कुमार ने बताया है कि प्रभावित प्रखंडों के सीओ को फसल की बर्बादी का आकलन किये जाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक अररिया अनुमंडल के 17 पंचायतों में आंशिक क्षति की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सरकार को इस संबंध में लिखा जायेगा।
तूफान व ओला वृष्टि का कहर खासकर सिकटी, पलासी, जोकीहाट, कुर्साकाटा, रानीगंज एवं नरपतगंज प्रखंडों में अधिक है। जोकीहाट के विधायक सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से प्रभावित किसानों को सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की है।
सिकटी से निसं के अनुसार शुक्रवार की संध्या ओलावृष्टि व आंधी फसल को व्यापक क्षति पहुंची है। तारबाड़ी थाना क्षेत्र के किस्मत खबासपुर में भी फसलों की भारी बर्बादी हुई है। किसान अरूण कुमार ठाकुर ने बताया कि गेंहूं फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं मकई व आम फसल भी काफी प्रभावित हुआ है। बटुरबाड़ी के किसना मो नसीम ने भी अंचलाधिकारी को आवेदन देकर मक्का व गेहूं फसल को भारी नुकसान पहुंचने की शिकायत की है। किसान त्राहिमाम कर रहे हैं। फसलों की क्षति का आकलन बीएओ सिकटी द्वारा किया जा रहा है। अचानक आयी तेज आंधी व ओलावृष्टि से प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं, मक्का, आम व लीची का फसल बर्बाद हो गये हैं। वहीं बेंगा पंचायत स्थित दो लाख का मुर्गी फारम भी बर्बाद हो गया है। वहीं ओलावृष्टि व आंधी से सैकड़ों कच्ची मकान ध्वस्त हो गये हैं। गेहूं के खेत देखने से ऐसा लगता है कि फसल कटने के बाद उसके डंठल ही बच गये हैं। बगीचों की हालत उजड़े जंगल जैसा लग रहा है। इसके साथ आम, लीची, मक्का एवं अन्य साग-सब्जी के पौधे पूरी तरह बर्बाद हो गए है। चक्रवाती हवा ने नेमुआ गांव के संपत लाल का बड़ा से पीलर पर बना टीना का टंकी को ही उखाड़ डाला। लोगों का कहना है कि 1998 में से भी बढ़कर ओला वृष्टि हुआ है। भाजपा प्रखंड अध्यक्ष राम कुमार झा उर्फ मुन्ना झा, किसान सूर्यानंद झा, कपिल कुमार, सुरेन्द्र कुमार, मनोज पंजियार व बेंगा पंचायत के मुखिया विपिन यादव ने बताया कि एक पाव से लेकर दो से ढाई किलो तक के पत्थर गिरे। मजरख, ठेंगापुर, कोआकोह, भीड़भिड़ी, खौरा गाछ, बेंगा सहित 14 पंचायतों में फसल की पूरी बर्बादी हुई है जिससे किसान काफी उदास हो गए हैं।

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