Sunday, December 18, 2011

हाई स्कूल नहीं बनने से बाधित हो रहा शिक्षा का सपना


बथनाहा(अररिया) : प्रशासन की उदासीनता व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से बथनाहा में उच्च विद्यालय के निर्माण की योजना खटाई में पड़ गयी है। एक ओर जहां शिक्षा के क्षेत्र में बथनाहा चहुंओर परचम लहरा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकारी शिक्षा के क्षेत्र में फिसड्डी बना हुआ है। बथनाहा में उच्च विद्यालय के निर्माण से इसके चारो ओर बसे एक बड़ी आबादी को इसका लाभ मिलेगा। क्योंकि बथनाहा आसपास के करीब आधा दर्जन से अधिक पंचायतों से घिरे होने के साथ साथ इसका केंद्रीय बाजार भी है। साथ ही इस क्षेत्र के बच्चे भी बथनाहा स्थित निजी स्कूल में ही उच्च विद्यालय की शिक्षा लेने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि बथनाहा से 6 किमी की दूरी पर जोगबनी, 7 किमी की दूर पर दक्षिण में फारबिसगंज एवं 13 किमी दूरी पर पश्चिम में फुलकाहा में हाईस्कूल विद्यमान है। इस बीच के करीब आधा दर्जन से अधिक पंचायतों के बच्चे या तो बथनाहा स्थित निजी शिक्षण संस्थानों में उच्च विद्यालय की शिक्षा लेने को मजबूर हैं या फिर जोगबनी, फारबिसगंज, फुलकाहा जाकर लड़के तो फिर भी चले जाये मगर लड़कियां..। इधर बथनाहा के शिक्षा प्रेमी रामस्वार्थ कुंवर, रामनाथ प्रसाद, सुरेन्द्र, जितेन्द्र मल्लिक, गजेन्द्र ठाकुर, राजेश साह आदि लोगों ने कहा कि बथनाहा जहां तेजी से व्यवसायिक एवं औद्योगिक के जगह के रूप में विकास कर रहा है, वहीं यहां से पूर्व से रेलवे स्टेशन, डाकघर, थाना, कोसी परियोजना का कार्यालय सह आवासीय परिसर, एसएसबी बटालियन मुख्यालय के साथ दर्जनों उद्योग धंधे, दो दो पेट्रोल पंप, एक प्लाइवुड फैक्ट्री, दर्जनों ईट भट्ठे आदि मौजूद होने के साथ यहां उच्च विद्यालय के निर्माण के सारे मानक भी मौजूद है, मगर सरकारी उपेक्षा समझ में नहीं आती।
पूर्व पंसस सोबराती ने बताया कि आज से डेढ़ वर्ष पूर्व डीएम, डीइओ व एमएलए को उच्च विद्यालय निर्माण के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन अबतक कुछ नहीं हुआ। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी अररिया से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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