Tuesday, February 28, 2012

हमर बेटी के विदायी केना होतै हो बाबू..

बसैटी (अररिया) : हमरा बेटी के विदायी केना होतै हो बाबू.. सब कुछ जली गेले हो.. हम्मे बर्बाद भय गैला हो बाबू..। यह करूण क्रंदन रानीगंज प्रखंड के रामपुर गांव के अग्निपीड़ितों का है जो आने वाले हर व्यक्ति से गुहार लगाते है। शनिवार को हुए भीषण अग्निकांड में उसका सब कुछ जलकर राख हो गया। अग्निपीड़ित मसोमात मनीरा की बेटी की विदायी एक मार्च को होने वाली थी। लेकिन विदायी के लिए फर्नीचर, कपड़ा, कुर्सी, टेबुल व अन्य तोहफा का समान आग के चपेट में स्वाहा हो गया। उसने काफी मेहनत के बाद ये सामान जमा की थी। यही दर्दनाक कहानी मो. रिजवान मो. कैला, हारुण, असफाक, मो. इस्तहार की भी है जिन्होंने मेहनत मजदूरी कर बेटी की शादी के लिए समान व रुपया जमा किये थे। लेकिन आग ने इन के अरमानों को जलाकर राख कर दिया। सभी के निगाहें हर आने-जाने वालों से यही कहती है कि अब उनकी बेटी की विदायी कौन करायेगा। इस अग्निकांड में 88 परिवारों के 119 घर जलकर राख हो गये जिसमें 50 लाख से अधिक की संपत्ति जल गयी। अधिकांश अग्निपीडि़त गरीब एवं मजदूर तबके के हैं। प्रशासनिक स्तर से अग्निपीड़ितों को एक-एक क्विंटल अनाज व प्लास्टिक मुहैया कराया गया है। जिला पार्षद प्रिंस विक्टर, पार्षद गणेश पासवान, अबेदुल्लाह, पूर्व उपमुखिया बसीरउद्दीन, कमरूल होदा आदि ने अग्निपीड़ितों को इंदिरा आवास मुहैय्या करने की मांग सरकार से की है।

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