Tuesday, April 10, 2012

सूनी बालियों ने फिर किया निराश


रानीगंज (अररिया) : मक्के की बाली में दाना नही होने की शिकायत से किसान एक बार फिर हताश हैं। प्रखंड मुख्यालय में महज 500 मीटर की दूरी पर हसनपुर पंचायत वार्ड नं. 4 में लगभग चार एकड़ की मक्के की खेती में 50 हजार से अधिक खर्च के बाद किसान बाली में दाना नही देख हतप्रभ हैं।
इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने प्रथम दृष्टया बीज के दोष की बात बता रहे हैं। रानीगंज के किसान रमेश मंडल एवं सुरेश ठाकुर ने हसनपुर पंचायत वार्ड संख्या 4 में संयुक्त रूप से लगभग चार एकड़ जमीन में मक्के की खेती की थीे। दोनों कृषकों ने बताया कि उन्होंने खेतों की अच्छी जोताई के बाद पायोनियर कंपनी की 30 वी 92 किस्म का मक्का अपने खेतों में कंपनी के निर्देश के अनुरूप नवंबर के प्रथम सप्ताह में लगाया था। समुचित खाद-पानी के बाद पौधे के लहलहाते फसल को देख ये किसान काफी उत्साहित थे। अच्छी पैदावार को ले आश्वस्त इन दोनों किसानों ने जब मकई की बाली आने के बाद उसका अवलोकन किया तो लगभग आधे खेतों की बाली में एक भी दाना नही था जबकि आधे खेतों की बाली में नाम मात्र दाना था। मक्के के पौधे में तीन-चार बालियां तक थी। इसकी शिकायत प्रखंड कृषि पदा. उमाशंकर सिंह से लिखित रूप से किये जाने पर उन्होंने खेतों में जाकर अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर बताया कि वे इसकी तत्काल जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी अररिया एवं कृषि विशेषज्ञों को देंगे। परंतु उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया बीज के दोष होना प्रतीत होता है। इतनी नामी गिरामी बीज कंपनी के बीज की किस्म घटिया होने से क्षेत्र के किसान सदमे में है। इस संबंध में बीज विक्रेताओं को कहना है कि वे प्रतिष्ठित कंपनियों की उन्नत किस्मों के बीच जा बंद पैकेट लाकर किसानों को देते हैं। बातें जितनी भी कर ले परंतु 50 हजार से अधिक खर्च के बाद फसल की प्राप्ति नही होगी तो किसान क्या करेंगे?

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