बसैटी (अररिया) : रानीगंज प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार की संध्या आई प्राकृतिक कहर ने एक बार फिर किसानों को झकझोर कर दिया है तथा उन पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि गिरने से खेत में लगे मूंग, मकई तथा पके हुए गेहूं के फसल पूरी तरह बर्बाद हो गये। बौसी, बसैटी, घघटी, मोहनी, के किसान विमल चौधरी, मो. जुनेद, शफिक, शैफुर रहमान आदि बाते है। खेत में लगे मकई व मूंग के लहलहातें पौधे देख कर दिल में कई अरमान संजाये हुए थे परंतु इस अवला वृष्टि के साथ बारिश ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया अब तो बैंक व महाजनों का कर्ज चुकाना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। वहीं विसनपुर, पचीरा, धोबिनियां, खड़हट, मिर्जापुर आदी पंचायत के किसान मो. अजीम, दमोदर मंडल, मुखिया जिया उर्ररहमान, अजय कुमार, रामचंद्र चौधरी का कहना है कि काफी लागत लगाकर खेतों में कड़ी मेहनत कर फसल लगाते हैं कभी प्राकृतिक कहर, कभी बाढ़ सुखाड़, एक क्षण में तवाह व बर्बाद कर देते है। सरकारी लाभ की घोषणा इन क्षेत्रों में छलावा साबित होती है। अब किसानों को अन्य व्यवसाय में जुड़ना मजबूरी बन गई है। किसान ने बताया कि ओलावृष्टि दौ सौ ग्राम से चार सौ ग्राम तक के थे।
0 comments:
Post a Comment