Sunday, May 13, 2012

जमीन दिलाने को ग्रामीणों ने दिया प्रशासन को अल्टीमेटम


अररिया : अररिया प्रखंड के कोचगामा में दलित आदिवासियों द्वारा कब्जा की गयी जमीन के विरोध में ग्रामीणों का धैर्य टूटने लगा है। रविवार को कोचगामा के मध्य विद्यालय के प्रांगण में मल्हरिया, चातर, लहटोरा, कुसियारगांव, बागनगर, रामपुर कोदरकट्टी, चिकनी, ककोड़ा दोमहना, गैयारी, आजम नगर, मोंगरा के सैकड़ों ग्रामीणों ने हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी की बैठक कर जिला प्रशासन को अल्टीमेटम जारी किया है। ग्रामीणों ने बैठक में निर्णय लिया है कि यदि प्रशासन जमीन जल्द खाली नहीं कराती है तो वे लोग खुद इस मामले को हल करने के लिए तैयार हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग प्रशासन को अपनी बात से अवगत कराएंगे कि जमीन खाली करने के लिए उन लोगों की आगामी रणनीति क्या होगी। बैठक में उपस्थित सुरेन्द्र यादव, मंजूर आलम, बलाल, मेहश यादव, शेर मोहम्मद, पंकज यादव, प्रकाश झा, फागु पासवान सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि जमीन को कब्जा करने की तैयारी बीते 9 मई को शुरू हुई। कब्जा शुरू होने के साथ ही वे लोग प्रशासन को सूचित किया। प्रशासन 10 मई को उक्त जमीन पर निषेधाज्ञा लागू कर दी। जमीन पर निषेधाज्ञा लागू होने के बाद भी दलित आदिवासियों ने कानून को तोड़ते हुए रातों रात दर्जनों झोपड़ियां खड़ी कर ली। जमीन पर झोपड़ियों की संख्या रातों रात बढ़ती ही जा रही है। वहीं प्रशासन अभी भी बातचीत के जरिये विवाद को खत्म करना चाहती है। जबकि कब्जाधारी कोई भी बात करने के लिए तैयार नहीं हैं। बैठक में ग्रामीणों का कहना था कि बातचीत के जरिए जमीन को खाली कराने का प्रयास अच्छी पहल है, लेकिन अतिक्रमणकारी बातचीत करना ही नहीं चाहते हैं। रैयती जमीन को किसी भी हालत में वे लोग अपने हाथ से निकलने नहीं देंगे।

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