Sunday, May 13, 2012

तीसरे दिन भी खाली नहीं हुई जमीन


अररिया : अररिया प्रखंड के कोचगामा में विवाहित जमीन पर दलित व आदिवासियों ने अब पूरी तरह कब्जा जमा लिया है। तीसरे दिन भी आदिवासियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से किसी भी प्रकार की बातचीत से इंकार कर दिया। आदिवासियों के बातचीत से इंकार किए जाने के बाद इसकी सूचना प्रमंडलीय आयुक्त से लेकर कई अन्य अधिकारियों को भेजी गई है। वहीं एसडीओ डा. विनोद कुमार का कहना है कि उच्चाधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद हीं आगे की रूप रेखा तैयार की जायेगी। बावजूद कब्जा धारियों से बातचीत के लिए जिला प्रशासन अभी भी प्रयासरत है। इधर जिला पदाधिकारी के निर्देश पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस अभी भी कोचगामा के निकट जमे हुए है। जिला प्रशासन को अभी भी भरोसा है कि आदिवासी एवं दलित बातचीत के लिए तैयार हो जायेंगे। एसडीओ श्री कुमार ने बताया कि पूर्व में 42 महादलितों के बंदोबस्त हुई जमीन का परवाना बनाने के लिए प्रशासन तैयार है, इसके लिए उन्हें भी कानून का सम्मान करना होगा।
इधर आदिवासी एवं महादलित अपने पारंपरिक हथियार से लैश होकर कड़ी सुरक्षा के बीच जगह-जगह घर जोर-शोर से खड़ा करने में लगे है। घरों के मर्द जमीन पर डंटे हैं तो औरतें बगल के गांव से उन्हें खाना और पानी पहुंचाने में लगे। आदिवासियों का कहना है कि जब तक उनके प्रस्ताव पर प्रशासन सकारात्मक पहल नही करती है तब तक वे लोग किसी भी प्रकार के बातचीत पर राजी नही होंगे। शुक्रवार को हीं जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम के समक्ष दलित नेता विशुनदेव ऋषिदेव, महेश राम, अजय राम आदि ने प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि अररिया, जोकीहाट के लगभग 500 एकड़ गैर मजरूआ जमीन पर कब्जा जमाने के लिए वे लोग आंदोलन की रूप रेखा तैयार किया है। जिला प्रशासन यदि शिविर लगाकर दलितों को जमीन आवंटन नही करती है तो वे लोग अपने-अपने आंदोलन को जल्द हीं शुरू कर देंगे।

0 comments:

Post a Comment