जोगबनी (अररिया) : नेपाल में संविधान निर्माण की तिथि जेष्ठ 14 गते जैसे-जैसे निकट आती जा रही है वैसे-वैसे संविधान में अपने अधिकार को सुनिश्चित करवाने हेतु संघ संगठन एवं पार्टी का आंदोलन भी तेज हो रहा है। इसी क्रम में रविवार को मधेशी जनअधिकार फोरम एवं मधेशी गणतांत्रिक फोरम ने संयुक्त रूप से नेपाल बंद का आह्वान किया।
इस संबंध में मधेशी गणतांत्रिक के मोरंग जिला सह सचिव इनामुल हक व मधेशी जनअधिकार फोरम के मोरंग जिला अध्यक्ष उमेश यादव ने संयुक्त रूप से कहा कि नेपाल में दशकों से मधेशियों हक व अधिकारों का हनन होता आया है। अब जब संविधान निर्माण का कार्य अंतिम क्षण में है तो सरकार द्वारा मधेशियों के हक को नजरअंदाज कर रही है। जिसे मधेशी जनता कभी बर्दाश्त नही करेगी। इसलिए संविधान में हक व अधिकारों को समाहित करने, समग्र मधेश एक स्वायत्त प्रदेश घोषित करने की मांग के साथ आंदोलन हो रहा है। नेता द्वेय ने का कि सरकार द्वारा मधेश को बांटने की मंशा कभी पूरी नहीं होने देंगे। जब तक समग्र मधेश एक स्वायत्त प्रदेश घोषित नहीं कर देती है आंदोलन चलता रहेगा।
इधर नेपाल में हड़ताल के कारण अमा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर वाहनों का आवागमन जहां ठप्प है। वहीं शैक्षणिक संस्थान, कल कारखाने सहित सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की जहां कतारें लग गयी है वही आवागमन को ले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बंद समर्थकों ने जुलूस निकाल बंद का समर्थन का आह्वान किया। इस मौके पर बंद समर्थकों में बाबरा मंडल, फैयाज समीम कमर, राधे कामत सहित पचास से अधिक कार्यकर्ता मौजूद थे।
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