कुसियारगांव (अररिया) : सदर अस्पताल अररिया में रोगियों के लिये जरुरी सामान को लेकर हायतौबा मची रहती है। कालाजार, डायरिया, डिलवरी आपरेशन आदि के लिये अस्पताल में भर्ती मरीजों को जरूरी सामान जैसे चादर, गद्दा, कंबल, मच्छरदानी के लिए अस्पताल में लगातार परेशान होना पड़ता है। मांगे जाने पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा आना-कानी की जाती है।
जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा इन चीजें को अस्पताल में देते पर भर्ती मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। कारण जो भी हो इस ठंड में रोगियों के साथ-साथ परिजनों को भारी कठनाई से गुजरना पर रहा है। इन दिनों अस्पताल के प्रसव वार्ड, इमरजेंसी वार्ड की बदहाली का आलम यह है कि जच्चा-बच्चा के साथ-साथ रोगी भी असुरक्षित हैं। ऐसा नहीं कि यहां इलाज की व्यवस्था नहीं है। लेकिन सुविधा के नाम पर वहीं टूटे-फूटे बैड पर सड़ा हुआ गद्दा, उपर से गंदगी का आलम, ऐसे में रोगी के संक्रमित होने की आशंका प्रबल होती दिख रही है। अन्य दिनों के तरह सोमवार को भी अपने-अपने वार्ड में भर्ती के बाद सैलाइन चढ़ रहा था तो कोई अपने नवजात शिशु को संभालने में लगे थे, पर किसी को कंबल, सातों दिन के अलग-अलग चादर नहीं मिला था, परिजनों द्वारा मोबाइल से फोन पर फोन किया करता, रात में ठंड बहुत खायें हैं आज रात भी रहना हैं ठंड काटने के साथ-साथ घर से खाना भी लेते आना बीमारी से क्या ठंड व भूख से मर जायेंगे। जबकि इसके एवज में सरकार द्वारा लाखों रुपये भुगतान किया जाता है। जिसके बाद भी अगर यह स्थिति रहती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन?
अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि बेडसीट व गद्दा पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन कंबल की भारी कमी है। शीघ्र ही इसे दूर कर लिया जायेगा।
सिविल सर्जन डा. धनूषधारी प्रसाद ने इस संबंध में सोमवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जहां तमाम कंबल की खोजबीन, बेड सीट की साफ-सफाई, अस्पताल प्रांगण में सफाई नहीं होने के कारण बाहर का सफाई बिल पर रोक लगा दी। वहीं प्रसव कक्ष प्रभारी नर्स निशा कुमारी धर को आपरेशन कक्ष में काटन, गेज, दास्ताना नहीं रहने के कारण स्पष्टीकरण पूछा गया। अस्पताल में सफाई की कमी पर सीएस जमकर बरसे, वहीं डीएस डा. हुस्नआरा व प्रबंधक को आवश्यक दिशानिर्देश दिया।
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