अररिया, : समाज में जन आस्था अक्सर धर्म पर भारी पड़ जाती है। कई मौकों पर एक समुदाय के पर्व में दूसरे समुदाय के लोग श्रद्धापूर्वक भागीदारी करते नजर आते हैं।
बात चाहे बोलबम यात्रा की हो या फिर किसी अन्य पर्व की, अररिया की धरती हर मौके पर अपनी सामुदायिक भागीदारी के लिए लाजवाब रही है। छठ जैसे महापर्व में मुस्लिम संप्रदाय के लोग अपनी ही तरह से हाथ बंटा रहे हैं। फल,गन्ना, कच्चा हल्दी व अदरक,नारियल व अन्य सूखे फलों के कारोबार में मुस्लिम भाई पूरी निष्ठा व पवित्रता के साथ हिस्सा ले रहे हैं।
चांदनी चौक पर पर्व के लिए गन्ना बेच रही मुस्लिम महिला नसीमुन ने बताया कि छठ के मौके पर गन्ना व अन्य सामान बेचने का काम उनके पूर्वजों के समय से ही चला आ रहा है। इस वक्त कुल 25 मुस्लिम महिलाएं गन्ना व कच्ची हल्दी, अदरक, पानीफल आदि बेचने के कार्य में लगी हैं।
वहीं, मौके पर मौजूद एक अन्य फल विक्रेता अनवार ने बताया कि हम इस काम में बीस साल से लगे हैं। लगभग दो दर्जन मुस्लिम युवा छठ व अन्य पर्व के अवसर पर फल आदि बेचते हैं। इस काम में पवित्रता का पूरा ध्यान रख जाता है।
बहरहाल इतना साफ है कि अररिया जैसी जगह में सामुदायिक एकता का तानाबाना बेहद मजबूत है और विभिन्न आयोजनों से इसमें और भी मजबूती आती है।
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