फारबिसगंज (अररिया) : सूर्योपासना एवं लोक आस्था के महापर्व छठ पर घाटों एवं सड़कों की सफाई संबंधी नगर परिषद व अनुमंडल प्रशासन द्वारा किए गए दावे मंगलवार को खोखले नजर आए। जब हजारों छठ व्रतियों को कोठी हाट नहर के गंदे जल में खड़े होकर अर्घ्य देना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि उससे पूर्व नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी गिरिजानन्द कापरी समेत मुख्य व उपमुख्य पार्षद ने सभी छठ घाटों तथा जलाशयों की समुचित साफ-सफाई का दावा किया था। जबकि अनुमंडल पदाधिकारी जीडी सिंह ने भी घाटों के सफाई का आश्वासन दिया था। लेकिन नहर में जल प्रबंधन हेतु कोई व्यवस्था प्रशासनिक या छठ पूजा समिति द्वारा नही की गई थी और न ही गंदे जल की सफाई हेतु कोई उपाय किया गया। वाध्य होकर व्रतियों को मंगलवार और बुधवार दोनों ही दिन घर से ही स्नान कर घाट जाना पड़ा और लौटकर फिर से स्नान करना पड़ा। जबकि नप प्रशासन ने दावा किया था कि सभी जलाशयों के सफाई के पश्चात उनमें ब्लीचिंग पाउडर और चुना छिड़का जायेगा। इस संदर्भ में पूछे जाने पर नप प्रशासन द्वारा बताया गया कि कोठी हाट नहर में जल के सफाई के लिए दस हजार रुपये दिये गए थे। हालांकि उनका यह मानना है कि नगर क्षेत्र की साफ-सफाई संतोषजनक रूप से की गई। वहीं शहर के सड़कों की धुलाई एक श्रद्धालु व्यवसायी ने अपनी टैंकलौरी के द्वारा करवाई।
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