कुर्साकांटा (अररिया) : दुनियां के हर क्षेत्र में अप्रत्याशित भौतिक विकास हो रहा है। परंतु नैतिक और अध्यात्मिक क्षेत्र पतन की ओर अग्रसर है। यही कारण है कि सारे संसार में जिस ओर देखो अशांति व्याप्त है। आज सभी शांति की खोज कर रहे हैं। उक्त बातें शुक्रवार को प्रखंड के कुर्साकांटा डरहा पीपड़ गांव में आयोजित ओम शांति अध्यात्मिक कार्यक्रम में चांद मिश्रा ने ब्रहमा कुमारियों एवं लोगों के बीच कही। उन्होंने परमात्मा की प्राप्ति के लिए ओम शांति का मार्ग अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार और आलस्य मनुष्य के जीवन में छह विकार हैं जो मन को अशांत करते हैं। इस पर विजय प्राप्त करने वाले ही संत कहलाते हैं। फिल्म जगत से जुड़े तेगछिया (अररिया) निवासी चांद मिश्रा के ओजपूर्ण प्रवचन को सुनकर लोग अभिभूत थे। मौके पर प्रखंड प्रमुख धनजीत सिंह, मुखिया बालकृष्ण सिंह, सरपंच मो. समसूल, ब्रहमा कुमारी, डीडी किरण, डीडी उर्मिला सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।
Friday, November 4, 2011
नैतिक व आध्यात्मिक क्षेत्र का लगातार हो रहा पतन: चांद
कुर्साकांटा (अररिया) : दुनियां के हर क्षेत्र में अप्रत्याशित भौतिक विकास हो रहा है। परंतु नैतिक और अध्यात्मिक क्षेत्र पतन की ओर अग्रसर है। यही कारण है कि सारे संसार में जिस ओर देखो अशांति व्याप्त है। आज सभी शांति की खोज कर रहे हैं। उक्त बातें शुक्रवार को प्रखंड के कुर्साकांटा डरहा पीपड़ गांव में आयोजित ओम शांति अध्यात्मिक कार्यक्रम में चांद मिश्रा ने ब्रहमा कुमारियों एवं लोगों के बीच कही। उन्होंने परमात्मा की प्राप्ति के लिए ओम शांति का मार्ग अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार और आलस्य मनुष्य के जीवन में छह विकार हैं जो मन को अशांत करते हैं। इस पर विजय प्राप्त करने वाले ही संत कहलाते हैं। फिल्म जगत से जुड़े तेगछिया (अररिया) निवासी चांद मिश्रा के ओजपूर्ण प्रवचन को सुनकर लोग अभिभूत थे। मौके पर प्रखंड प्रमुख धनजीत सिंह, मुखिया बालकृष्ण सिंह, सरपंच मो. समसूल, ब्रहमा कुमारी, डीडी किरण, डीडी उर्मिला सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।
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