अररिया/सिकटी/कुर्साकाटा/पलासी/नरपतगंज/जोकीहाट : शुक्रवार की संध्या आए भीषण आंधी, तूफान और ओला वृष्टि ने किसानों के अरमानों को धोकर रख दिया है। अचानक आयी इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों पर जमकर कहर बरपाया है जिससे क्षेत्र के किसान मर्माहत हैं। तेज बारिश के साथ बड़े बड़े ओले गिरने से खेतों में लगे गेहूं, मक्का व आम की फसल बर्बाद हो गये हैं। सरसो, तिलहन और अरहर की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। वहीं आंधी में दर्जनों घर उजड़ गये हैं जबकि खेतों में काम कर रहे आधा दर्जन से अधिक लोग ओला की चपेट में आने से जख्मी भी हुए हैं। वहीं खेतों में पककर तैयार गेहूं की फसल की बालियां गिर कर सो गयी हैं तथा मक्का का भी बुरा हाल है। किसान त्राहिमाम कर रहे हैं।
सिकटी से जाटी के अनुसार
शुक्रवार की शाम करीब पांच बजे अचानक आई तूफान व ओलावृष्टि से प्रखंड के कई पंचायत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। करीब आधा घंटा तक ओलावृष्टि के साथ तेज रफ्तार की आधी से जहां दर्जनों घर उजड़ गये वहीं खेतों में लगी गेहूं तथा मक्का की फसल बुरी तरह बर्बाद हो गयी। साथ ही आम लीची के फसल को भी व्यापक नुकसान हुआ है। वहीं कई लोग घायल भी हैं।
जानकारी अनुसार ओलावृष्टि की चपेट में मजरख, ठेंगापुर, कौआकोह, ढेढुआ, भीड़भिड़ी, बरदाहा एवं खोरागाछ पंचायत के कई दर्जन गांव प्रभावित हुए हैं। जबकि हजारों एकड़ खेत में लगी फसल पत्थर के चोट से बर्बाद हो गये हैं। आंधी के कारण कच्चे घर भी धाराशायी हो गये। वहीं टीन की छतरी भी उड़ उड़ कर जहां तहां बिखर गये।
ठेंगापुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बबन झा ने बताया कि ठेंगापुर बरदाहा, कौआकोह, बोकंतरी, भिड़भिड़ी सहित सभी 14 पंचायतों मे लगभग गेहूं के फसल बर्बाद हो गये हैं। मुखिया प्रतिनिधि ने जिला पदाधिकारी से हुए फसल क्षति का मुआवजा की मांग की है। वहीं
ओलावृष्टि से बुचाय मंडल, कामेश्वर यादव, धर्मानंद मंडल, मो. हारूण, जगदीश चौधरी आदि आधा दर्जन से अधिक लोग जो खेतों में काम कर रहे थे ओलावृष्टि से बुरी तरह जख्मी हो गये हैं।
कुर्साकाटा निसं के अनुसार ओलावृष्टि ने आधा घंटे में ही भारी तबाही मचायी है। खेत में लगे गेहूं की फसलों को इस ओलावृष्टि से काफी नुकसान पहुंचा है। खेतों में काम कर रहे मजदूर अचानक आये इस ओलावृष्टि को देखकर घर की ओर भागने लगे। उन्हें इस दौरान चोंटे भी आयी। आधा किलो से पाव भर तक के ओला की बौछार रूक रूक कर होती रही। ओलावृष्टि से खेतो में लगे गेहूं की बाली टूट कर बिखर गये। ग्रामीण इंद्रानंद शर्मा, भगवान लाल साह, रामजी गुप्त आदि ने बताया कि क्षेत्र में इतना बड़ा ओला कभी नहीं गिरा था।
कुर्साकाटा निप्र के अनुसार कुआड़ी में भी ओलावृष्टि से रबी की फसल गेहूं, चना मसूर ज्यादा प्रभावित हुआ है। झड़ गये हैं। कुआड़ी हाट में बारिस से पानी लग गया। जिससे दुकानदारों की सब्जी बर्बाद हो गये।
पलासी निसं के अनुसार क्षेत्र में अचानक आयी तेज आधी व ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक क्षति पहुंची है। प्रखंड के उत्तर डेहटी, पिपरा विजवार, कनखुदिया, चहटपुर, चौरी, बरदबट्टा, मियांपुर, नकटा खुर्द आदि पंचायतों में शुक्रवार की संध्या पांच बजे आयी तेज आधी ओलावृष्टि व वर्षा से मक्का गेहूं, तीसी, मसूर आदि फसलों का व्यापक नुकसान हुआ है। साथ ही इन पंचायतों के दर्जनों पुस व टीन के छप्पर भी उड़ गये है। वहीं ओलावृष्टि के दौरान पचास ग्राम से लेकर पांच सौ ग्राम तक बर्फ के टुकड़ा वर्षा के साथ गिरने की बात बतायी गयी है। जिससे फसलों को व्यापक क्षति पहुंची है।
नरपतगंज से संसू के अनुसार तेज हवा के साथ पानी व ओलावृष्टि से प्रखंड क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान लगभग आधे घंटे तक 300 से 400 ग्राम तक ओले गिरे। इस ओलावृष्टि से प्रखंड क्षेत्र में खेतों में लगे फसल मक्का एवं गेहूं की व्यापक क्षति हुई है।
जबकि जोकीहाट से निप्र के अनुसार तूफान व वर्षा के साथ गिरे बड़े बड़े ओला ने क्षेत्र में काफी तबाही मचायी है। सैकड़ो एकड़ खेत में लगे गेहूं, मक्का व आम फसल को व्यापक क्षति पहुंची है। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक घर उजड़ गये। जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग ओला से जख्मी भी हुए हैं। प्रखंड के केसर्रा, हरदार, पथराबाड़ी, बाराइस्तेमबरार आदि पंचायतों के दर्जन से अधिक गांव तूफान की चपेट में आने से प्रभावित हैं। गेंहूं के पके फसल ओला की चोट से बर्बाद हो गये हैं जबकि आम व दलहन को भी नुकसान पहुंचा है। बारा इस्मबरार के मुखिया प्रतिनिधि मो फारूक ने बताया कि उनके पंचायत में आधा दर्जन घर उजड़ गये हैं जबकि एक पालिट्री फार्म में करीब एक हजार मुर्गी के चूजे पत्थर की चोट से मर गये। वहीं पथराबाड़ी के मुखिया वसीम रजा, पूर्व मुखिया रिजवानुल हक, हरदार के उप मुखिया चुन्ना एवं महलगांव के मुखिया आदि ने बताया कि उनके पंचायतों में भी व्यापक क्षति पहुंची है। उधर युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव व जोकीहाट विस के पूर्व राजद प्रत्याशी अरूण यादव ने कहा है कि क्षेत्र में आये भीषण तूफान से किसानों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। उन्होंने सरकार से पीड़ित किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की है।
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