रानीगंज (अररिया) : हासा गोस्वामी टोला वासी शंभू गोस्वामी के शिक्षक पुत्र मनीष कुमार की राधोपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में हुयी संदिग्ध मौत से पूरा गांव मर्माहत है। तीन पुत्रियों एवं दो पुत्रों के पिता शंभू गोस्वामी को अपने शिक्षक पुत्र मनीष से काफी उम्मीदें थी। अपने मृतक पुत्र के संबंध में रो-रोकर उसके पिता बताते है कि 11 माह पूर्व मनीष की नियुक्ति आवासीय उत्प्रेरण केन्द्र में शिक्षक के रूप में हुयी थी। उससे पूर्व वो प्राइवेट कान्वेंट में पढ़ाया करता था। आवासीय उत्प्रेरण केन्द्र के लगभग 50 महादलित छात्रा के लिए तीन शिक्षकों की नियुक्ति मानदेय के आधार पर एक साथ हुयी थी। जिनमें मनीष कुमार के अतिरिक्त भवेश कुमार केन्द्र प्रभारी एवं दिनेश मंडल शिक्षक के रूप में थे। घटना के एक दिन पूर्व ही दो दिनों की छुट्टी बिता कर मृतक मनीष विद्यालय आया था। रानीगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी में नामजद भवेश कुमार एवं मृतक मनीष कुमार अलग-अलग कमरों में छात्रों के साथ शनिवार की रात सोये। जबकि दिनेश मंडल घर चला गया। मनीष के लाश के संबंध में छात्रों ने बताया कि मामले में आरोपी भवेश ने छात्रों की मदद से विद्यालय भवन की उपरी मंजिल से लटक रहे शव को नीचे उतारा था तथा उसके परिजनों सहित विद्यालय प्रधान विनोद कुमार वर्मा को उसके मौत की सूचना दी थी। विद्यालय प्रधान विनोद कुमार वर्मा का कहना है कि कुछ दिनों से मनीष बराबर घर जाया करता था तथा मोबाइल पर किसी से घंटों हमेशा बात करता था। मनीष के कमरे में साथ-साथ रह रहे धोबनिया टिक्कर टोला का आठ वर्षीय नीतीश कुमार ऋषि ने सबसे पहले शिक्षक मनीष की लाश को छत से लटकते देखा था जिसकी सूचना तत्काल उसने केन्द्र प्रभारी भवेश कुमार एवं अन्य बच्चों को दी। सरसी के रामलाल टूड्डू, सुनिल हांसदा, हिटलर हांसदा आदि छात्रों ने भी इसकी पुष्टि की। परंतु मृतक के पिता शंभू गोस्वामी, चाचा रमेश गोस्वामी, सरपंच हांसा पंचायत सहित अन्य परिजनों का मानना है कि एक साजिश के तहत मनीष की हत्या की गयी है तथा सूचना देने के बाद भवेश का मौके पर से गायब रहना उनके शक को पुख्ता प्रदान करता है। विद्यालय परिसर में इस घटना को लेकर आये ग्राम वासी काफी हतप्रभ हैं।
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