Thursday, February 17, 2011

जिलाधिकारी ने लिया फसल क्षति का जायजा


रानीगंज/भरगामा (अररिया)  : बुधवार को हुई बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से रानीगंज व भरगामा प्रखंड में बड़े पैमाने पर फसल क्षति हुई है। क्षति आकलन को ले गुरूवार को जिला पदाधिकारी एम सरवणन ने ओला पीड़ित गांवों का भ्रमण व कर्मचारियों को स्थल जांच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है। वहीं, भरगामा के जयनगर में मुआवजे की मांग को ले पीड़ितों ने सड़क जाम कर दिया।
रानीगंज से जाप्र के अनुसार प्रखंड के फरकिया, पचीरा, मोहनी, परिहारी, परसाहाट, विशनपुर, कुपाड़ी, धामा, विस्टोरिया, धामा, पहुंसरा, बसैटी, बौसी आदि पंचायतों में फसलों के साथ साथ खपरैल आदि मकानों को ओलावृष्टि से क्षति हुई है। इन पंचायतों के किसानों का कहना है कि विगत कई वर्षो से प्रकृति के प्रकोप का शिकार होते रहे है। सरकार तो उचित मुआवजा की बातें करती रही है परंतु इसका लाभ उन्हें नहीं मिल पाता है। इधर, क्षति के संबंध में रानीगंज के सीओ रामलिवास झा ने बताया कि बुधवार को हुए ओलावृष्टि से प्रखंड के लगभग आधा दर्जन पंचायत प्रभावित हुए हैं।
भरगामा से जागरण टीम के अनुसार चक्रवाती तुफान एवं ओलावृष्टि से भरगामा प्रखंड पर भी व्यापक असर पड़ा है। सबसे ज्यादा क्षति फसल की हुई है। ओलावृष्टि के बाद प्रशासन द्वारा कथित रूप से उपेक्षापूर्ण रवैया बनाये रहने के विरोध में प्रखंड के किसानों ने जयनगर मिडिल स्कूल चौक एवं सिमरबनी बाजार के समीप चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित किसानों ने उक्त स्थान पर महथावा, सैफगंज मुख्य पथ को गुरूवार को बाधित रखा। सूचना पर प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी अररिया के साथ जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी भी जाम स्थल पर पहुंचे तथा प्राकृतिक आपदा से इस क्षति पर सर्वेक्षण कर उचित मुआवजा देने की घोषणा की। जिलाधिकारी अररिया एम सरवणन ने आश्वासन देते हुए कहा कि ओलावृष्टि या फिर तुफान से जो भी फसल को क्षति पहुंची है प्रखंड प्रशासन द्वारा उसका सर्वे कराया जायेगा। उन्होंने इस सर्वे कार्य में प्रखंड प्रशासन को भी इमानदारी बरतने की हिदायत दी। इधर आक्रोशित किसान तत्काल मुआवजे की व्यवस्था को लेकर हंगामा के मूड में रहे।

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