Thursday, February 17, 2011

स्कूलों में नहीं, मास्टर जी के घर में बजता है रेडियो


नरपतगंज (अररिया) : बच्चों के बौद्धिक विकास के उद्देश्य से लगभग दो वर्ष पूर्व प्रखंड के सभी विद्यालयों में रेडियो उपलब्ध कराया गया था, लेकिन आज किसी भी विद्यालय में यह रेडियो खोजने से भी नहीं मिलता है। हां, वे रेडियो मास्टर जी के घरों की शोभा जरूर बढ़ा रहे हैं। आश्चर्य तो यह है कि इस संबंध में किसी भी विद्यालय प्रधान के विरूद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जानकारी के अनुसार विद्यालयों में इंगलिश इज फन कार्यक्रम के तहत रेडियो खरीदने के लिए सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में एक-एक हजार रूपये उपलब्ध कराये गये थे। विद्यालय में रेडियो सुनने के लिए समय का निर्धारण भी किया गया। शुरुआती दौर में कुछ दिनों तक रेडियो स्कूलों में बजा भी, लेकिन अब रेडियो या तो मास्टर जी के घर में बजता है या खराब पड़ा है। एक विद्यालय के शिक्षक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पहले इंगलिश इज फन के तहत कार्यक्रम आता था लेकिन अब कार्यक्रम नहीं आ रहा है जिसके कारण रेडियो नहीं सुनाया जाता है। कई विद्यालय के छात्रों ने बताया कि उन्हें रेडिया कभी नहीं सुनाया जाता है।

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