अररिया : केन्द्र द्वारा पारित व बिहार सरकार द्वारा लागू किये गये शिक्षा का अधिकार अधिनियम पर शुक्रवार की देर शाम प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के तत्वावधान में गर्ल्स आईडिएल एकेडमी परिसर में पैनल डिस्कसन किया गया। इस कार्यक्रम में जज की भूमिका सेवानिवृत एडीजे जुफैरूल हसन गाफिल ने निभाई। डिस्कसन कार्यक्रम में सरकार द्वारा लागू एक्ट के नियमों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी तथा एक-दूसरे से सवाल-जवाब भी किये गये। डिस्कशन में सरकार की लालफीताशाही, आरटीई में बच्चों की जिम्मेदारी तय किये जाने, भुगतान नगद व रेगुलर किये जाने, वर्ष में एक या दो बार सूचना मांगे जाने आदि सुझाव सामने आये। इस मौके पर श्री गाफिल ने कहा कि आरटीई पहले ही लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में काफी खामियां हैं। संचालन की भूमिका अरमान मासूम ने निभाई। इस अवसर पर एमई हसन, एमए मुजीब, गोपाल दास सुरेन्द्र साह, शकील अख्तर, जाकिर हुसैन, प्रभात सिंह सहित अभिभावक, स्कूल संचालक मौजूद थे।
Sunday, November 13, 2011
राईट टू एजूकेशन एक्ट पर हुआ पैनल डिस्कसन
अररिया : केन्द्र द्वारा पारित व बिहार सरकार द्वारा लागू किये गये शिक्षा का अधिकार अधिनियम पर शुक्रवार की देर शाम प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के तत्वावधान में गर्ल्स आईडिएल एकेडमी परिसर में पैनल डिस्कसन किया गया। इस कार्यक्रम में जज की भूमिका सेवानिवृत एडीजे जुफैरूल हसन गाफिल ने निभाई। डिस्कसन कार्यक्रम में सरकार द्वारा लागू एक्ट के नियमों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी तथा एक-दूसरे से सवाल-जवाब भी किये गये। डिस्कशन में सरकार की लालफीताशाही, आरटीई में बच्चों की जिम्मेदारी तय किये जाने, भुगतान नगद व रेगुलर किये जाने, वर्ष में एक या दो बार सूचना मांगे जाने आदि सुझाव सामने आये। इस मौके पर श्री गाफिल ने कहा कि आरटीई पहले ही लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में काफी खामियां हैं। संचालन की भूमिका अरमान मासूम ने निभाई। इस अवसर पर एमई हसन, एमए मुजीब, गोपाल दास सुरेन्द्र साह, शकील अख्तर, जाकिर हुसैन, प्रभात सिंह सहित अभिभावक, स्कूल संचालक मौजूद थे।
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