रेणुग्राम (अररिया) : फारबिसगंज प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र में एक भी कन्या उच्च विद्यालय नहीं रहने से छात्राओं को अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़ने के लिए विवश होना पड़ रहा है। इससे छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों में भी असंतोष व्याप्त है।
इस समस्या की ओर न ही विभागीय पदाधिकारी न ही जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं। फारबिसगंज प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र अम्हारा, खैरखां, मधुबनी, समौल, तिरसकुंड, खवासपुर, मधुरा, रमै, घोड़ाघाट, लहसनगंज, हलहलिया, गुरम्ही, दे पुरा, आरटी मोहन समेत दर्जनों गांव के लिए एक मात्र रमई हाई स्कूल है। जहां लगभग 10 किमी दूरी तय कर लोग शिक्षा ग्रहण के लिए जाते हैं। ऐसे में छात्र तो किसी तरह शिक्षा प्राप्त कर लेते हैं लेकिन छात्राओं के लिए अधिक दूरी जाकर शिक्षा ग्रहण करना काफी कठिन होता है। जिससे छात्राओं को बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। इससे प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के दर्जनों गांवों की छात्राएं उच्च शिक्षा पाने से वंचित हो रही हैं। क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों ने जिलाधिकारी सहित विभागीय पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों से इस ओर ध्यान देकर ग्रामीण क्षेत्रों के मध्य में एक कन्या उच्च विद्यालय स्थापित कराये जाने की मांग की है।
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