फारबिसगंज (अररिया) : बैंक आफ इंडिया की फारबिसगंज शाखा में इंदिरा आवास आवंटन के लिए लाभुकों के खाते खोलने में विलंब होने के मामले में नया मोड़ आ गया है। फारबिसगंज प्रखंड से विभिन्न पंचायतों से ऐसे लाभुकों का भी आवेदन बैंक में भेजा गया था जिसे पूर्व में या तो इंदिरा आवास मिल चुका था या फिर आवेदन पूर्व में भी दिया गया था। हैरत की बात तो यह है कि इन आवेदनों पर संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव द्वारा जांच कर यह भी लिख दिया गया है कि लाभुक का आवेदन पूर्व में भी प्राप्त है। इससे भी बड़ी बात यह है कि बैंक को जांच-पड़ताल के बाद इंदिरा आवास ले चुके लाभुकों का नाम भी भेज दिया गया। इससे सरकारी राशि की लूट-खसोट की तैयारी की आशंका बनी हुयी थी। गुरुवार को फारबिसगंज बीडीओ किशोर कुमार दास बैंक आफ इंडिया पहुंचकर आवेदनों की जांच की तथा सही आवेदनों के आधार पर ही खाते खोलने को शाखा प्रबंधक से कहा। बीडीओ श्री दास ने माना कि ऐसे आवेदनों को भी बैंक में खाते खोलने भेजा गया जिसे पूर्व में इंदिरा आवास मिल चुका है जिसकी जवाबदेही पंचायत सेवक तथा मुखिया की है। इन आवेदनों को दो-तीन माह पूर्व पंचायतों में लगे शिविर के दौरान ग्रामीणों से प्राप्त किया गया था। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि इन आवेदनों में मुखिया द्वारा अभिप्रमाणित कागजात, फोटो युक्त पहचान पत्र नहीं होना, पंचायत सचिव का हस्ताक्षर नहीं होना, गलत कागजात आदि त्रुटियों के साथ आवेदन दिया गया था जिस कारण खाते नहीं खोले गए। गलत आवेदनों की जानकारी पूर्व में बीडीओ को दी गयी थी। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि 219 आवेदन ऐसे थे जिस पर पूर्व में आवेदन प्राप्त होने की बात लिखी गयी थी जिसकी जानकारी चार फारवरी 2012 को ही पत्र में विस्तृत ब्यौरा के साथ बीडीओ को दी गयी थी। मालूम हो कि एक दिन पूर्व इसी मामले में एसडीओ द्वारा बैंक में जांच की गयी थी।
0 comments:
Post a Comment