सिकटी (अररिया) : पंचायतों में चलने वाले मनरेगा योजना में काम करने के बावजूद मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान महीनों बाद भी नहीं किया जा रहा है। ताजा मामला प्रखंड के डेढुआ पंचायत का है। इस संबंध में डेढुआ के मजदूरों की गुहार पर एसपी ने मामले की जांच का आदेश बरदाहा थानाध्यक्ष को दिया है। बरदाहा के प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच की जा रही है।
डेढुआ पंचायत के मजदूरों ने आरोप लगाया था कि बिचौलिया व संबंधित पोस्ट मास्टर के मिलीभगत से यह सब हो रहा है। उन्होंने बताया कि उनलोगों द्वारा सभी का पासबुक अपडेट नहीं रहने के नाम पर रख लिया जाता है। आरोप है कि मनरेगा से पोखर निर्माण में 142 मजदूरों द्वारा कार्य किया गया जबकि सिर्फ 70 मजदूरों का भुगतान किया गया। अभी तक बांकी मजदूरों का भुगतान नहीं हो सका है। वर्ष 2010 में डेढुआ पंचायत के वार्ड नं. 6 में मिट्टी का कार्य मजदूरों द्वारा किया गया प्रति मजदूरी का हिसाब 740 रुपया होता है जिनमें प्रति मजदूर को 200 रुपया की दर से भुगतान किया गया। आरोप लगाया है कि पोस्टमास्टर व बिचौलिया की मिली भगत से वार्ड नं. 6 में बिना काम के ही मजदूरों से पासबुक लेकर पैसा का उठाव कर लिया गया है। इस मामले को लेकर एसपी ने बरदाहा थानाध्यक्ष को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
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