अररिया : काम नहीं करने वाले पदाधिकारियों खिलाफ जिला पदाधिकारी ने फिर से पुरानी कार्यशैली अपनाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता तथा जिला पशु पालन पदाधिकारी का वेतन रोक दिया है। जबकि जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी कुमार मानवेंद्र को बर्खास्त करने का निर्देश डीपीएम को दिया है। वहीं आईसीडीएस के डीपीओ से सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।
मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में डीएम एम सरवणन ने योजनाओं की विभागवार समीक्षा के दौरान बिना सूचित किए पटना बैठक में भाग लेने के कारण जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. आरपी सिंह तथा माडा योजना के तहत चापाकल नहीं लगाए जाने पर पीएचईडी के ईई अशोक कुमार सिंह का कारण वेतन रोक दिया। डीएम श्री सरवणन ने सहायक को निर्देश दिया कि अगर बिना सूचना के डीएएचओ डा. सिंह बाहर गये हैं तो उनके निलंबन की अनुशंसा संबंधी पत्र तैयार करें। जनवरी माह में 263 आंगनबाड़ी सेविका नियुक्ति प्रक्रिया की ठीक ढंग से मानीटरिंग नहीं करने के आरोप में डीएम ने आइसीडीएस डीपीओ चंद्रप्रकाश से सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं डीएचएस की समीक्षा में डीएम ने डीएचएस के डीपीसी कुमार मानवेन्द्र को बर्खास्त करने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का सख्त निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि काम नहीं करने वालों की जगह नहीं है। डीएम ने आगामी 25 जून को आहूत वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूर्व तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में इंदिरा आवास, मनरेगा मत्स्य विभाग, शिक्षा विभाग, वन विभाग आदि की समीक्षा की। इस अवसर पर एसी कपिलेश्वर विश्वास, डीडीसी प्रभात कुमार महथा, डीआरडीए निदेशक जफर रकीब, डीईओ राजीव रंजन प्रसाद, पथ प्रमंडल के ईई केसी ठाकुर, डीपीओ अमरदीप तिवारी, एडीपीआरओ योगेन्द्र कुमार लाल आदि मौजूद थे।
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