अररिया : बीते सात जून को आश्रम रोड स्थित बंधन फाइनेंस बैंक लूटकांड को पुलिस ने सुलझा लिया है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे के समक्ष लूटकांड का सरगना मो. राजा ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस मामले में पहले से गिरफ्तार मंजर आलम ने घटना में शामिल अपने इंजीनियर दोस्त मो. राजा की पहचान की। फिर मंजर की निशानदेही पर ही पुलिस ने आजाद नगर स्थित हाईस्कूल परिसर में अर्द्धनिर्मित भवन से लूटी गई दो मोबाइल 16 हजार नकदी व घटना में प्रयुक्त देसी पिस्तौल एवं एक कारतूस बरामद किया है।
एसपी के समक्ष मो. राजा ने यह खुलासा किया है कि गिरोह का मुख्य सरगना मंजर आलम उसके बचपन का साथी है। दोस्ती का वास्ता देकर ही मंजर ने उसे लूटकांड में शामिल किया था। मंजर ने बंधन बैंक में 20 लाख रुपये होने की सूचना दी थी। लेकिन कंपनी से महज 32 हजार रुपये ही हाथ लगे। लूटपाट के बाद नकदी, मोबाइल व हथियार को आजाद नगर स्थित हाईस्कूल परिसर में अर्द्धनिर्मित भवन में छुपा दिया था। घटना के चार दिनों बाद ही पुलिस ने मंजर, साबिर, शमशाद व आफताब समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने कहा कि मो. राजा की गिरफ्तारी के लिए टीपीआई तथा मनोवैज्ञानिक ढंग का प्रयोग किया गया।
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