फारबिसगंज (अररिया) : फारबिसगंज स्थित वाणिज्य कर विभाग का अंचल कार्यालय प्रशासनिक उपेक्षा का दंश झेलने को विवश है। विदित हो कि इस वर्ष मार्च माह से यह कार्यालय अपने नवनिर्मित भवन में स्थानांतरित हो चुका है। इससे पूर्व यह कार्यालय प्रोफेसर कालोनी स्थित एक निजी भवन में कार्यरत था।
उल्लेखनीय है कि निर्माण के समय मानक सामग्रियों का व्यवहार नही किए जाने के कारण इस नव-निर्मित भवन के दीवार अभी से झड़ने लगे हैं। प्लास्टर उखड़ रहा है तथा दीवार के रंग उजड़ रहे हैं।
इस संदर्भ में वाणिज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त अनिल कुमार दास ने बताया कि कार्यालय में बिजली और पानी की सुविधा भी नही थी। जिसे उन्होंने अपनी पहल व काफी मशक्कत के बाद बहाल करवाया है।
सहायक आयुक्त श्री दास ने बताया कि विभाग का लैंड लाइन फोन (नंबर- 222298) विगत फरवरी माह से ही कटा हुआ है। जबकि उसका कोई बकाया बिल भी नही है। सहायक आयुक्त ने बताया कि उन्होंने इसे लेकर दूर संचार विभाग में कई बार पत्राचार के माध्यम से एवं मौखिक रूप से भी शिकायतें दर्ज की हैं। यहां तक कि दूर संचार विभाग के सीजीएम पटना के समक्ष भी पहले दिनांक 13.08.11 और फिर दिनांक 16.11.11 को लिखित रूप से शिकायत की गई। बावजूद इसके कार्यालय का लैंड लाइन अभी तक चालू नही किया गया, जिस कारण कार्यालय में इंटरनेट सेवा आरंभ नही हो सकी है। इतना ही नहीं इस कार्यालय में पदाधिकारी समेत सहायक और आदेशपालों की कमी के कारण भी कार्यो के निष्पादन में व्यवसायियों को समस्या का सामना करना पड़ता है।
हालांकि सहायक आयुक्त श्री दास का दावा है कि सुविधाओं की कमी कार्यालय के कार्यो के निष्पादन में कोई व्यवधान नही है। जिसका प्रमाण है राजस्व वसूली के मामले में इस अंचल ने विगत वित्तीय वर्ष में बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। श्री दास ने बताया कि इस वर्ष भी निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति में कोई कोरकसर नही छोड़ी जायेगी।
वहीं प्रबुद्ध और जानकार लोगों का मानना है कि प्रदेश के कुल राजस्व की सत्तर फीसदी उगाही करने वाले वाणिज्य कर विभाग के किसी अंचल कार्यालय की ऐसी उपेक्षा हो तो फिर गैर राजस्व वसूली कार्य वाले विभागों को कौन पूछे।
0 comments:
Post a Comment