जोकीहाट (अररिया) : प्रखंड के करहरा गांव का सनाउल उलूम मदरसा बगैर छुट्टी के भी बंद पड़ा रहता है। जिससे क्षेत्र के छात्र-छात्रा शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। इधर, ग्रामीणों की शिकायत के मद्देनजर डीइओ ने आरोपों की जांच की बात कही है।
करहरा गांव के मदरसा में मंगलवार करीब 12 बजे परिसर में पूरा सन्नाटा पसरा था। मदरसा के कमरों में ताले लटके थे तथा न तो छात्र और न ही कोई शिक्षक नजर आ रहे थे।
इस संबंध में ग्रामीण साबिर, साजिद, अफरोज, इजहार आदि ने बताया कि भैया, यह मदरसा हेड मौलवी मुर्तजा साहब की मर्जी से खुलता और बंद होता है। एमडीएम की तो बात ही छोड़िये, यहां बच्चों को पढ़ाया तक नहीं जाता। आप स्वयं भी देख ही रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि मदरसे में हेड मौलवी सहित पांच शिक्षक हैं,लेकिन कोई नहीं आता। तबीयत हुई तो कभी कभी हाजिरी बना लेते हैं नही तो बंद ही रहता है।
इस सिलसिले में पूछने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गयासुद्दीन अंसारी ने बताया कि मदरसा के पदाधिकारी डीइओ साहब हैं। वही कुछ बता सकते हैं। वहीं, डीइओ राजीव रंजन ने दूरभाष पर बताया कि इस संबंध में ग्रामीणों के आरोपों की जांच करवायी जायेगी और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।
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