फारबिसगंज (अररिया) : चोरों की नजर अब एनलएच 57 फोरलेन सड़क के किनारे लगे लोहे और मेटल के बैरियर पर भी पड़ गई है। नव निर्मित फोरलेन सड़क के किनारे लगे लोहे व मेटल के खंभों की चोरी की जा रही है। कई जगहों से सड़क किनारे लगे लोहे को चोरों द्वारा काट लिया गया है। अररिया फारबिसगंज मुख्य सड़क मार्ग के बीच लोहे की चोरी को देखा जा सकता है। पिछले कई माह से हो रही चोरी पर एनएच के विभागीय अधिकारी आंख मूंदे हुए हैं। एनएच 57 कुप्रबंधन का शिकार है और इसके समुचित देख-रेख में भी अभाव देखा जा रहा है। बताया जाता है कि सड़क किनारे वाहनों की सुरक्षा को लेकर लगाए गए इस लोहे को रात के अंधेरे में काटा जाता है। इस प्रकार की घटना छोटे-मोटे चोरों के द्वारा की जाती है। इस मुख्य सड़क मार्ग पर किनारे में दर्जनों जगहों पर लोहे के बैरियर लगाए गए है जिस पर चोरों की बुरी नजर है। कई जगहों पर तो बैरियर क्षतिग्रस्त होकर पड़ा हुआ है। ऐसे क्षतिग्रस्त लोहे के बैरियर की चोरी होने की अधिक संभावना है। विभाग तथा स्थानीय पुलिस द्वारा इस दिशा में ध्यान नही दिया गया तो चोरों की सक्रियता अधिक हो सकती है। हालांकि एनएच के विभागीय अधिकारी आए दिन इस सड़क मार्ग से होकर गुजरते है लेकिन इस क्षतिग्रस्त और कटे हुए लोहे के बैरियर पर उचित ध्यान नही दिया जाता है और न ही इसकी चोरी को रोकने तथा क्षतिग्रस्त बैरियर की मरम्मत के लिए समय पर समुचित कार्रवाई की जाती है। जिससे राष्ट्रीय संपत्ति की क्षति तो हो ही रही है, फोरलेन सड़क के उद्घाटन से पहले हीं इसके रख-रखाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल एनएच 57 सड़क पर सरकारी संपत्ति चोरी को रोकने की दिशा में कोई ठोस पहल नही दिख रहा है।
Wednesday, November 23, 2011
फोर लेन सड़क पर हो रही लोहे की चोरी
फारबिसगंज (अररिया) : चोरों की नजर अब एनलएच 57 फोरलेन सड़क के किनारे लगे लोहे और मेटल के बैरियर पर भी पड़ गई है। नव निर्मित फोरलेन सड़क के किनारे लगे लोहे व मेटल के खंभों की चोरी की जा रही है। कई जगहों से सड़क किनारे लगे लोहे को चोरों द्वारा काट लिया गया है। अररिया फारबिसगंज मुख्य सड़क मार्ग के बीच लोहे की चोरी को देखा जा सकता है। पिछले कई माह से हो रही चोरी पर एनएच के विभागीय अधिकारी आंख मूंदे हुए हैं। एनएच 57 कुप्रबंधन का शिकार है और इसके समुचित देख-रेख में भी अभाव देखा जा रहा है। बताया जाता है कि सड़क किनारे वाहनों की सुरक्षा को लेकर लगाए गए इस लोहे को रात के अंधेरे में काटा जाता है। इस प्रकार की घटना छोटे-मोटे चोरों के द्वारा की जाती है। इस मुख्य सड़क मार्ग पर किनारे में दर्जनों जगहों पर लोहे के बैरियर लगाए गए है जिस पर चोरों की बुरी नजर है। कई जगहों पर तो बैरियर क्षतिग्रस्त होकर पड़ा हुआ है। ऐसे क्षतिग्रस्त लोहे के बैरियर की चोरी होने की अधिक संभावना है। विभाग तथा स्थानीय पुलिस द्वारा इस दिशा में ध्यान नही दिया गया तो चोरों की सक्रियता अधिक हो सकती है। हालांकि एनएच के विभागीय अधिकारी आए दिन इस सड़क मार्ग से होकर गुजरते है लेकिन इस क्षतिग्रस्त और कटे हुए लोहे के बैरियर पर उचित ध्यान नही दिया जाता है और न ही इसकी चोरी को रोकने तथा क्षतिग्रस्त बैरियर की मरम्मत के लिए समय पर समुचित कार्रवाई की जाती है। जिससे राष्ट्रीय संपत्ति की क्षति तो हो ही रही है, फोरलेन सड़क के उद्घाटन से पहले हीं इसके रख-रखाव को लेकर सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल एनएच 57 सड़क पर सरकारी संपत्ति चोरी को रोकने की दिशा में कोई ठोस पहल नही दिख रहा है।
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