कुर्साकांटा (अररिया) : सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों के जुबान से अक्सर सुनने को मिलता है कि सूर्य अस्त नेपाल मस्त। परंतु अब यह बात कुर्साकांटा में दिखने लगी है।
गांवों के चौक-चौराहों पर सूर्यास्त के बाद से देर रात तक यही नजारा देखने को मिल रहा है। शराबियों की संख्या में काफी इजाफा होने लगा है। बूढ़े, जवान यहां तक की बच्चे भी इसकी लत का शिकार होने लगे हैं। शराबियों को गांव में ही शराब सहज उपलब्ध हो जाते है। देशी शराब से लेकर अंग्रेजी शराब तक पान, किराना एवं दवाई दुकान में प्राप्त हो जाते है। शराब पीकर किसी को गाली गलौज करना आम बातें हो गई। लाइसेंसी शराब की दुकान एक है एवं परचुनियां की कई दुकान खुल चुकी हैं।
जागीर इटाही के विपिन यादव, आमोद यादव, अनमोल यादव आदि ने बताया कि हलधारा और जागीर ईकाई चौक पर प्राय: सभी दुकानों में देशी और अंग्रेजी शराब खुले आम बिकती है। शाम ढलते ही पियक्कड़ों का जमघट लगना प्रारंभ हो जाता है।
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