Thursday, June 21, 2012

हेरोइन की तस्करी से रेल पुलिस पर उठे कई सवाल

फारबिसगंज (अररिया) : सीमावर्ती क्षेत्र में ट्रेन से कस्टम द्वारा की बरामदगी ने रेलवे की सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता पर सवाल खड़ा कर दिया है। रेलवे के आरपीएफ और जीआरपी को भनक तक नहीं लगी और कस्टम के अधिकारियों की टीम फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर सीमांचल एक्सप्रेस में छापेमारी कर करीब 6.32 किलो हेरोइन पाउडर बरामद कर लिया। सूत्रों के अनुसार इसे सीमा पर स्थिति जोगबनी रेलवे स्टेशन पर जोगबनी-आनंद बिहार दिल्ली सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी के शौचालय में तस्करों द्वारा छुपाकर रखा गया था। हैरत की बात है कि आए दिन ट्रेन में तस्करी का सामान जोगबनी रेलवे स्टेशन पर छुपाकर रखा जाता है और आरपीएफ से लेकर जीआरपी के द्वारा पकड़ा नहीं जाता है। बताया जाता है कि तस्करों तथा रेलवे सुरक्षा एजेंसियों की कथित मिलीभगत के कारण तस्करी का लाइन मैनेज किया जाता है। ऐसे में ट्रेनों के माध्यम से विस्फोटक पदार्थ अथवा हथियार की भी तस्करी कर इस रूट से देश के कोने-कोने में पहुंचायी जा रही हो तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। रेल सुरक्षा एजेंसियों की निष्क्रियता देश की सुरक्षा के लिए कभी भी खतरा बन सकता है। इससे पहले भी कई बार ट्रेन से मादक पदार्थ और तस्करी के अन्य सामान पकड़े जाते रहे हैं। इधर कस्टम के एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे एजेंसियां सक्रिय रहे तो ट्रेन से तस्करी पर कारगर तरीके से रोक लगायी जा सकती है।

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