Wednesday, February 8, 2012

वार्ड तीन मूलभूत सुविधाओं से वंचित


अररिया : एक ओर सरकार लोगों तक बिजली पहुंचाने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर अररिया नगर परिषद के वार्ड नंबर तीन में आज भी मुहल्ला वासी बिजली प्राप्त करने के लिए बांस के खंभे का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं।
वार्ड नंबर तीन के मोमीन टोला व खद्दा टोला के सैकड़ों लोग जान जोखिम में डालकर बिजली प्राप्त करते हैं। सीमेंट का पोल उपलब्ध नहीं रहने के कारण बांस के खंभे में तार बांधकर दूर तक बिजली ले जाते हैं वह भी एक नहीं दर्जनों खंभों के सहारे। इसे देखने वाला कोई नहीं।
मोमीन टोला स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय को अपना भवन नहीं रहने के कारण सैकड़ों बच्चे खुले आसमान के नीचे मैदान में जमीन पर बैठकर पढ़ने को विवश है। इन्हें मध्याह्न भोजन व पोशाक भी नहीं मिला है। वार्ड नंबर तीन काली टोला, गुप्ता टोला, मोमीन टोला, रोड किनारे, लाइन किनारे एवं मुख्य बाजार पड़ता है। वार्डवासी सुधीर गुप्ता ने बताया कि एमपी फंड से एक सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था। जिसे थाने वालों ने कब्जा कर लिया। वार्ड वासी हरिकिशोर चतुर्वेदी ने कहा कि वार्ड में स्वास्थ्य केंद्र नहीं है जबकि दान के माध्यम से भूमि उपलब्ध करा दी गयी है। नाला के नाम पर जमकर लूट मचायी गयी है। वार्ड में बने जलमीनार से किसी भी व्यक्ति को एक बूंद पानी भी मयस्सर नहीं हो पाया है। 35 सौ की आबादी वाले इस वार्ड में 1600 मतदाता है जिसमें 540 बीपीएल एवं 116 अंत्योदय के लाभान्वित हैं। वार्डवासी मो. हदीश ने बताया कि हम लोगों को आज तक किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है। नवसृजित विद्यालय में पढ़ रही रूपा और चांदनी ने कहा कि न तो हम लोगों को भोजन न पोशाक न ही किताब ही उपलब्ध कराया गया। वार्ड में तीन आंगनबाड़ी केंद्र है जिसमें पोषाहार की जगह दो दो बिस्किट खिलाकर भेज दिया जाता है।
क्या कहती हैं वार्ड आयुक्त: वार्ड आयुक्त रेखा देवी ने बताया कि वार्ड नंबर तीन में जिन समस्याओं की चर्चा की गयी है उससे हम बहुत हद तक सहमत हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षो में लगभग 36 लाख की लागत से पीसीसी सड़क एवं नाला का निर्माण कराया गया है। गरीबों के बीच 220 कंबल बांटे गये हैं। बीपीएल के संबंध में कहा कि विभागीय पेचीदगी के कारण इसमें सुधार नहीं हो पाया है।

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