Thursday, February 9, 2012

विदेशी मीडिया टीम ने किया कपरफोड़ा का दौरा


कुर्साकाटा(अररिया) : आठ जनवरी को कपरफोड़ा बंध्याकरण कैंप मामले में जांच के क्रम में स्वास्थ्य विभाग व एनजीओ की लापरवाही लगातार उजागर हो रही है। बुधवार को लंदन से आए टाइम्स मैगजीन के पत्रकार फ्रांसिस एलिएट व उनकी टीम ने कपरफोड़ा पहुंचकर बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं से जानकारी ली। उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता देविका विश्वास भी थी।
श्री एलिएट ने बंध्याकरण कराने वाली देवयंती देवी, रेखा देवी, रानी देवी, सरिता देवी, पुष्पा देवी आदि से अलग अलग पूछताछ की। उन्होंने ग्रामीण विजय सिंह, राकेश विश्वास, मुखिया विरेन्द्र दास, संजय सिंह आदि से भी पूछताछ की।
पूछताछ के क्रम में मेंहदीपुर सन्यासी टोला निवासी धनेश्वर गिरी ने बताया कि इस शिविर में उनकी पत्‍‌नी रानी देवी का आपरेशन किया गया। लेकिन आपरेशन के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी हालत बिगड़ने लगी। 8 जनवरी की सुबह जब परिजनों ने इस घटना की सूचना अररिया एसपी शिवदीप लांडे को दी तो एनजीओ कर्मी के द्वारा उन्हें (श्री गिरी को) मामला दबाने के लिए बीस हजार रूपया घूस दिया जाने लगा। जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। पत्रकार श्री एलिएट ने बताया कि आपरेशन में एनजीओ के द्वारा भारी अनियमितता बरती गयी थी जो मानवाधिकार के दृष्टिकोण से गलत था। एलिएट के साथ पहुंचे वहीं, श्रीमती विश्वास ने बताया कि लोगों से पूछताछ से ऐसा प्रतीत होता है कि आपरेशन के दौरान निर्धारित मानक व गुणवत्ता का कोई ख्याल नहीं रखा गया।

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