Monday, June 18, 2012

बेलगाम वाहनों ने हर तीसरे दिन एक को सुलायी मौत की नींद


अररिया : चमचमाती काली परतों वाली सड़कों पर दौड़ते बेलगाम वाहन मौत बांट रहे हैं। किसकी जीवन लीला कब समाप्त हो जायेगी या जीवन भर की अपंगता झेलने को कौन मजबूर हो जायेगा, अररिया में यह कहना मुमकिन नहीं है। न गति पर नियंत्रण और न ही यातायात नियमों का पालन, यहां मौत की सौगात के साथ सारे वाहन सरपट दौड़ते रहते हैं।
वहीं संबंधित विभाग लक्ष्य की पूर्ति के साथ-साथ निहित स्वार्थ की पूर्ति के अलावा अन्य बातों पर मौन ही रहता है। खामियाजा बेचारी पब्लिक भुगतती है।
इस जिले में दशकों से सड़क दुर्घटना एक अभिशाप की तरह है। हादसों में मरने वालों की संख्या में कमी नही वरन बढ़ोत्तरी हो रही है। आखिर कौन है जिम्मेवार? सड़क पर चलने वाली पब्लिक, जिले के अधिकारी या फिर नियमों को ताक पर रखकर सरपट दौड़ती गाड़ियां? जिम्मेवार जो भी हों, लेकिन अकाल मृत्यु की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण पाना जरूरी है। बीते मई माह में जिले के विभिन्न सड़कों पर दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हो गयी।
एक माह में इतनी मौत पर अररिया के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे खासे चिंतित दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि इस पर नियंत्रण पाना बहुत कठिन नही है। इसके लिए जिले के अधिकारियों का भी कर्तव्य बनता है कि सड़क दुर्घटना पर काबू पाने के लिए यातायात नियमों के पालन को लेकर सख्ती बरते। एसपी लांडे ने बताया कि भरगामा से रानीगंज होते हुए अररिया आने वाली स्टेट हाइवे पर नो एंट्री लगवायी जायेगी। इसके लिए वे जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश प्राप्त करेंगे। एसपी ने बताया कि टाल टैक्स से बचने के लिए हजारों गाड़ियां अररिया बस स्टैंड से रानीगंज की ओर मुड़ जाती है। जिससे स्टेट हाइवे पर भार भी बढ़ गया है और रानीगंज से भरगामा के बीच सघन आबादी से गुजरने वाली जगहों पर हमेशा दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी से निर्देश प्राप्त होते ही भरगामा में सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्त कर बड़ी गाड़ियों के लिए समय निर्धारित कर दी जायेगी।
जदिया से अररिया एवं फारबिसगंज आने वाली मार्ग पर अक्सर दुर्घटनाएं हो रही है। इस सड़क पर मई माह में पांच लोगों की मौत हो गयी।
27 मई को कालाबलुआ के निकट स्टेट हाईवे पर ट्रक एवं ट्रैक्टर के सीधी टक्कर में चरनय गांव के दो सहोदर भाई रविन्द्र सरदार एवं सत्येन्द्र सरदार तथा सिरसियां के वीरेन्द्र बीरबल की मौत हो गयी। वहीं फारबिसगंज में भाग कोहलिया गांव के मो. शमशेर का 12 वर्षीय पुत्र सोहेल को अनियंत्रित ट्रक ने अपने चपेट में लिया। 20 मई को बसैटी में एक ट्रक बिजली की तार से जा टकरायी और चालक की मौत हो गयी। नगर परिषद चुनाव के दिन बेलवा पुल के निकट सवारी एवं टेम्पो के टक्कर में भंसिया एवं योगेन्दर गांव की दो महिला की मौत इलाज के लिए ले जाने के क्रम में हो गयी। महादेव चौक के निकट एनएच 57 पर अनियंत्रित वाहन ने मोटर सवार समदा निवासी मो. नजीम तथा मोहनियां ईट भट्टा के समीप ट्रक के चपेट में आने से बसंती देवी नामक महिला की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। इस घटना में दर्जनों लोग आज भी विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत है।

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