Monday, July 2, 2012

विकास की रोशनी से वंचित कुआड़ी बाजार


कुर्साकांटा (अररिया) : कुर्साकांटा प्रखंड का कुआड़ी सरकारी महकमों की उदासीनता का शिकार है। कुआड़ी विकास की रोशनी से मरहूम है। आजादी के दीवानों का कुआड़ी बाजार उपेक्षा का दंश झेल रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सीमांचल में आंदोलन का संचालन इसी कुआड़ी बाजार से होता था। स्वतंत्रता सेनानियों की भूमि रहे कुआड़ी में आजादी के छह दशक बाद सड़क, शिक्षा, थाना, रजिस्ट्री आफिस, बकरा नदी में पक्की बांध का निर्माण नहीं हो पाया है।
बांध के अभाव में प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये का फसल बर्बाद होती है। यहां का जीवन भी बरसात के दौरान नरक में तब्दील हो जाता है।
कुआड़ी के किसान भानु प्रताप गुप्ता, शिक्षक वीरेन्द्र प्र. गुप्ता, हरिहर राम व मदन प्र. साह आदि ने बताया कि आजादी से अब तक यहां कोई खास बदलाव नहीं आया है। आज भी गांव के लोग कीचड़ से पटी सड़कों, हाट बाजारों पर चलने को मजबूर हैं। जन प्रतिनिधि भी इस कुआड़ी से छल करते रहे हैं।

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