अररिया : सदर अस्पताल पूर्णिया में चिकित्सा के दौरान पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हुआ कैदी तबरेज उर्फ दारा का सुराग अब तक पुलिस को नहीं मिल पाया है। वहीं सूचना है कि वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए क्षेत्र में फिर से अपने गिरोह को संगठित कर रहा है। इस अपराधी के विरुद्ध जिले के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। यहां तक कि दिल्ली पुलिस को भी कई मामलों में इस अपराधी की तलाश है। डीएसपी कासिम के अनुसार फरार कैदी को पुन: गिरफ्त में लेने के लिये पुलिस प्रयासरत है।
ज्ञात हो कि जीरो माईल पेट्रोल पंप लूट कांड के बाद तबरेज उर्फ दारा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार जाल बिछाया लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी। दिल्ली से भगायी गयी लड़की की बरामदगी मामले को लेकर ग्रामीणों से उलझे बदमाश को आसपास के लोगों ने उसे काबू कर बीते 18 जून को ही पुलिस को सुपुर्द किया था। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा की गयी पिटाई से उसका पैर बुरी तरह जख्मी हो गया था। मंडल कारा में पदास्थापित चिकित्सकों के सलाह पर उसे सदर अस्पताल अररिया में भर्ती कराया गया था। लेकिन उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुये चिकित्सकों ने उसे 12 जुलाई को पूर्णिया रेफर कर दिया। कैदी के साथ पुलिस लाइन अररिया से चार पुलिस जवान उनकी देख-रेख में लगाये गये। लेकिन घायल होने के बावजूद कैदी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर जुलाई को फरार हो गया। सूत्रों की माने तो फरार होने के बाद उनके सहयोगियों ने पुन: उसे अररिया के किसी क्षेत्र में लाया लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पायी। बताया जा रहा है कि पैर ठीक होने के साथ ही फरार कैदी जिले में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की रणनीति बनाने में सक्रिय है। इसके लिये वह अपने गिरोह के सदस्यों को इकट्ठा भी करना शुरू कर दिया है।
0 comments:
Post a Comment