अररिया : बिहार राच्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ शाखा अररिया ने राज्यव्यापी आंदोलन के तहत गुरुवार को समाहरणालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जटाशंकर सिंह ने किया। धरना के पश्चात महासंघ के शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित सात सूत्री मांगों का ज्ञापन डीएम की गैरमौजूदगी में स्थापना के उप समाहत्र्ता प्रभारी को सौंपा।
इससे पहले महासंघ नेताओं ने कहा कि आज भी सरकारी कार्यालयों में 2 लाख से अधिक पद रिक्त पड़े हैं, परंतु सरकार नियमित बहाली नहीं कर संविदा का रूख अपना रही है। महासंघ के जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि गत 23 अगस्त 10 से 20 अक्टूबर 10 तक के हड़ताल अवधि को आज तक न हीं अवकाश में सामंजित किया गया और न हीं वेतन निर्गत किया गा। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी होने के साथ-साथ उन्हें सरकारी सेवक घोषित किया जाना चाहिए उन्होंने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि छठे वेतन आयोग के अनुशंसा के आलोक में केन्द्रीय कर्मियों के अनुरूप राच्य कर्मियों के लिए वेतन-भत्ता, पेंशन व प्रमोशन एक जनवरी 2006 से लागू किया जाय। वहीं महासंघ के जिला मंत्री सुभाष चन्द्र झा ने कहा कि सरकार स्थानांतरण नियम में संशोधन कर पूरे सेवाकाल में अराजपत्रित कर्मियों को सिर्फ दो बार ही स्थानांतरित करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में सरकारी सेवकों को अभिकत्र्ता नहीं बनाया जाए। धरना को और कई लोगों ने संबोधित किया। मौके पर मुख्य रूप से महेश्वर मोची, अनंत झा, जयप्रकाश पासवान, जगदीश राम सहित दर्जनों कर्मी मौजूद थे।
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