Saturday, August 6, 2011

मुकाम पाने को तरस रहा है एनसीसी कैडेट नरेश


फारबिसगंज(अररिया) : कहावत है कि हुनर कभी बेकार नहीं जाता है। फारबिसगंज कालेज का एक छात्र निशानेबाजी में बड़ी मुकाम तक जाने से चुक गया। लेकिन हौसला नहीं हारा और आज भी अपनी हुनर को ऊंचाई तक ले जाने के लिए बेताब है। फारबिसगंज कॉलेज में पार्ट वन क छात्र एनसीसी कैडेट नरेश मंडल वर्ष 2009 में में रूस की राजधानी मास्को में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता (फायरिंग) में चयनित होने के बावजूद सेहत अचानक बिगड़ जाने के कारण भाग नहीं ले सका था। जिसका मलाल उसे आज भी है। 3/35 वीं बिहार बटालियन एनसीसी पूर्णिया के कैडेट नरेश मंडल का चयन राष्ट्रीय स्तर के जी भी मावलेकर शूटिंग प्रतियोगिता के तहत हुआ था जिसके बाद एक अभ्यास शिविर में भाग लेने के बाद मास्को जाना था। हालांकि नरेश के अनुसार उसके साथ का मित्र पूर्णिया कालेज का छात्र एनसीसी कैडेट पवन कुमार मास्को में आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने में सफल रहा था।
नरेश बताते है कि उसी फायरिंग में डेढ़ सेंटीमीटर तक की ग्रुपिंग बनती थी उसे शूटिंग का जुनून है। उसने अपने घर में भी एयरगन के साथ लगातार अभ्यास में है। लेकिन बेहतर मौके की तलाश में है। फारबिसगंज प्रखंड के पिपरा घाट गांव निवासी नरेश मंडल के पिता झरी लाल मंडल मामूली से गरीब किसान है। आर्थिक तंगी उसके आगे बढ़ने में सबसे बड़ी रूकावट है। नरेश ने बताया कि एनसीसी के कई शिविरों में उसने भाग लेकर फायरिंग अर्थात शूटिंग के हुनर को सीखा। लेकिन इस छोटे से शहर में कोई प्रशिक्षक भी नहीं मिला जिसका मार्ग दर्शन अब उसे मिल सके। फारबिसगंज कालेज के एनसीसी प्रभारी प्रो. अरविंद वर्मा कहते है कि नरेश में हुनर है इसलिए वे जिला, राज्य अथवा अन्य स्तर के किसी शूटिंग प्रतियोगिता में नरेश को भेजने का प्रयास करेंगे। हालांकि मास्को प्रतियोगिता छूटने के बाद नरेश को आगे बढ़ने में फिलहाल कोई सकारात्मक सहयोग कहीं मिला है। ऐसा न हो कि एक भविष्य का एक सितारा गांव से ही भटकता रह जाये।

0 comments:

Post a Comment