भरगामा(अररिया) : भरगामा प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान अपने मूल उद्देश्य से कोसों दूर है। खास बात यह है कि योजना के प्रति दिलचस्पी न तो प्रतिनिधियों को है और न ही स्थानीय प्रशासन ही गंभीर है।
बीस पंचायत वाले प्रखंड में ऐसा एक भी पंचायत नहीं है जहां योजना सरजमीन पर दिखता हो। बुद्धिजीवी बताते हैं कि शौचालय निर्माण का सपना खासकर बीपीएल परिवारों के बीच आज भी एक सपना है। प्रशासनिक उदासीनता व कथित विचौलियों की सक्रियता के बीच यह योजना भी पूरी तरह फ्लाप साबित हुई। लिहाजा एक बड़ी राशि खर्च के बाद भी प्रखंड की अधिकांश आबादी खुले में शौच करने को विवश है। सबसे बुरा हाल गांवों के सड़कों की है जो खुला शौचालय बन कर रह गया है। स्थिति यह है कि लोग ऐसे रास्तों से सफर करने से कतराते हैं। जबकि कई तरह की बीमारियों से लोगों का स्वास्थ्य भी लगातार प्रभावित हो रहा है। खजुरी से चरैया जाने वाली मुख्य सड़क के साथ धनेश्वरी मुख्य सड़क तथा रघुनाथपुर जाने वाली सड़कें आदि उदाहरण है जो संपूर्ण स्वच्छता अभियान के दावों की पोल खोलती है।
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