Thursday, June 28, 2012

सुशासन में विकास से दूर कोढैली


पलासी (अररिया) : सुशासन में भी नहीं बदली कोढैली गांव की तस्वीर। प्रखंड के उत्तरी डेहटी पंचायत अंतर्गत विनाशकारी बकरा नदी के पश्चिम तट पर बसा कोढैली गांव आजादी के 64 वर्ष पश्चात भी उपेक्षित है। आज भी करीब दो हजार की आबादी वाला कोढ़ैली गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
बकरा नदी व रतवा नदी के बीच बसा यह गांव वर्षा के मौसम में प्राय: टापू में तब्दील रहता है। यहां के लोगों को प्रतिदिन नाव से बकरा नदी पार कर प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है। चूंकि यहां के लोगों का बाजार पलासी ही है। यातायात की सुविधाओं का घोर अभाव है। वर्षा के मौसम में गांव की सड़कों पर पानी भरा रहता है। स्वास्थ्य व्यवस्था नगण्य है। शिक्षा के नाम पर मात्र एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय उपलब्ध है। रोजगार के अभाव में यहां की अधिकांश आबादी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों में मजदूरी करते है। पेयजल के लिए आयरन युक्त चापाकल पर निर्भर रहते है। जिससे पेट संबंधी बीमारियों से ग्रसित रहते हैं। बिजली की बात तो दूर है। चूंकि इस गांव के पूरब बकरा नदी तथा पश्चिम रतवा नदी बहती है जिससे खरीफ फसल प्रतिवर्ष बाढ़ में नष्ट हो जाती है। इस कारण यहां के लोगों की मुख्य फसल रबी ही है।
इस बाबत ग्रामीण पूर्व मुखिया हरिहर मंडल, मो. अनवार, शिवचरण मंडल, पंचानंद मंडल काबुल सिंह आदि ने बताया कि मुख्यत: वे लोग यातायात की समस्या से परेशान है। बकरा नदी में कोढ़ैली घाट पर जनप्रतिनिधियों से पुल निर्माण की मांग वर्षो से की जा रही है। किंतु मात्र आश्वासन ही मिलता रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन से पुल निर्माण की दिशा में ठोस पहल की मांग की है।

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