अररिया : जोकीहाट प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गैरकी मसूरिया में इंदिरा आवास की राशि में जमकर लूट खसोट की गयी। लूट के खेल में सभी नियमों को ताक पर रखा गया। पंचायत के मुखिया इमरान साबिर , पंचायत सेवक प्रदीप कुमार ने सेंट्रल बैंक गैरकी के शाखा प्रबंधक के मिली भगत से एक दर्जन से अधिक वैसे लाभुकों का चयन किया जो न तो सूचि में चयनित था और न हीं वे बीपीएल धारक। सूची चयन प्रक्रिया से हीं नियमों को ताक पर रखा गया। यहां तक कि सहायक प्रखंड कर्मी रणवीर पासवान ने भी गलत सूची को जायज ठहराते हुये चेक निर्गत कराने की हामी भर दी। अनियमितता उजागर होने के बाद एसपी ने जब मामले की जांच करायी तो कई खामियां सामने आयी। पांच वर्ष पूर्व देहांत हुए जलील के बीपीएल पर सिद्दिक को भुगतान कराया गया। हसीम के नाम पर गोगरा के हसीबुद्दीन एवं बेचन के बदले आवास की राशि हदीशा खातून को दिया गया। जबकि बेचन की पत्नी का वास्तविक नाम मुन्नी है। बुकिया देवी के नाम पर चयनित आवास की राशि उनके पुत्र मनोज कुमार यादव को तथा सुमन कुमार के नाम पर तपेश कुमार को दिया गया। इसी तरह सफीक के नाम पर दो बीपीएल दिखाकर दो बार लाभ दिया गया। हालाकि अनियमितता उजागर होने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने गलत ढंग से लिए आवास की राशि को नोटिस भेजकर लाभुकों से राशि वापस करा ली। लेकिन एसपी के कड़े रूख ने अनियमितता के इस खेल में नया रंग ला दिया है।
एसपी ने गलत सूची चयन के आरोप में प्रखंड सहायक समेत गलत ढंग से लाभ लेने वाले लोगों के विरूद्ध आरोप सत्य पाया है। एसपी ने बताया कि लूट के खेल में जो भी शामिल हैं सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित है।
ज्ञात हो कि बीते 18 मार्च को असफाक आलम नामक व्यक्ति ने एसपी को एक आवेदन सौंप कर उक्त पंचायत में व्यापक पैमाने पर आवास की राशि में गड़बड़ी करने की शिकायत की थी। आरोप पत्र के आधार पर हीं एसपी ने जोकीहाट पुलिस को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया था। पुलिस थाना कांड संख्या 99/12 दर्ज कर जब मामले की जांच की तो उसमें चयन प्रक्रिया से लेकर राशि वितरण तक व्यापक अनियमितता सामने आयी।
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