रानीगंज (अररिया) : सरकार की घोषणा के बावजूद रानीगंज व्यापार मंडल का भाग्य अभी तक नहीं बदल पाया है। कभी आर्थिक रूप से काफी सबल रहा यहा का व्यापार मंडल आज अपनी किस्मत पर आंसू बहा रहा है। प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित ध्वस्त कार्यालय भवन व गोदाम अपनी स्थिति खूद बयां कर रहा है। व्यापार मंडल एवं पैक्स का कामकाज ठप्प रहने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार चार दशक पूर्व आस्तित्व में आया रानीगंज व्यापार मंडल 80 के दशक तक बखूबी कार्य कर रहा था। इस व्यापार मंडल में किसानों के खाद बीज के साथ-साथ अन्य व्यवसायिक कार्य भी होता था। कहते हैं इस व्यापार मंडल को खूद की एचएमटी घड़ी सहित अन्य कई एजेंसी थी जिसका विपणन यहां किया जाता था। इस व्यापार मंडल के अधीन कई पैक्स एजेंसी भी कार्य करती थी और पूरे प्रखंड के कृषकों को यहां खाद-बीज मुहैया कराया जाता था। यही नही किसानों के फसलों के भंडारण की भी सुविधा यहां थी। परंतु वर्तमान में इसके अस्तित्व पर हीं प्रश्नचिन्ह लग गया है। व्यापार मंडल के वर्तमान अध्यक्ष वकील सिंह सहित समिति के सदस्यों का कहना है कि आज इसकी कोई जमा पूंजी नहीं बची है तथा इसका
गोदाम सहित कार्यालय भवन ध्वस्त हो चुका है। विडंबना है कि इस क्षेत्र के विधायक रह चुके तत्कालीन सहकारिता मंत्री रामजी दास ऋषिदेव के कार्यकाल में भी इसका जीर्णोद्धार नहीं हो सका हालांकि उन्होंने इसका आश्वासन लोगों को दिया था। सुबे की वर्तमान सरकार ने सहयोग समितियों एवं पैक्सों को अस्तित्व में लाकर ग्रामीणों एवं किसानों के लिए कई विभिन्न तरह के कार्य करने की घोषणाएं लगातार कर रही है जिससे इस व्यापार मंडल के पुन: अस्तित्व में आने की आश जगी है।
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