अररिया : फर्जी चिकित्सक एवं एक्सपायरी दवा के वितरण की शिकायतों के बीच अब फर्जी इंज्यूरी का मामला भी सामने आने लगा है। फर्जी इंज्यूरी के कारण अररिया पुलिस परेशान हो रही है। बिना किसी जख्म के सदर अस्पताल में मरहमपट्टी कर उसे बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास भेजने का मामला सामने आ रहा है। खास कर मारपीट के मामले में ऐसा खूब देखा जा रहा है। दो दिन पूर्व ही सदर अस्पताल के एक चिकित्सक की ओडी स्लिप नगर थाना पहुंची। ओडी स्लिप के साथ ही भोजपुर गांव के बीरेन्द्र मंडल माथे में पट्टी बांधे पहुंचा। बीरेन्द्र ने ड्यूटी पर तैनात एसआई प्रशांत कुमार एवं थाने की मुंशी दिनेश जी के समक्ष बताया कि वृद्धावस्था पेंशन के विवाद में गांव के ही सात लोगों ने उनलोगों के साथ बुरी तरह मारपीट की। मारपीट में उनके अलावा कई लोग घायल हो गये। इसलिए प्राथमिकी दर्ज करानी है। एसआई श्री कुमार को शक हुआ तो उन्होंने पीड़ित का पट्टी खुलवायी। पट्टी खुलने पर कहीं भी जख्म नहीं पाया गया। बाद में झूठी प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचा वीरेंद्र थाने से छुपकर भाग निकला। अब सवाल उठता है कि बिना जख्म के ही चिकित्सक क्यों ओडी स्लिप पुलिस के पास भेजती है? कहीं इसके पीछे गलत मंशा तो नहीं। दारोगा प्रशांत ने बताया कि पूर्व में एक बार धोखा खा चुके हैं। इसके बाद बयान दर्ज करने से पूर्व किसी भी पीड़ित का पट्टी खोलकर जख्म देखना नहीं भुलते हैं। उनका कहना था कि अक्सर कई लोग बिना जख्म के हीं मरहम पट्टी बाधकर पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंच जाती है। जानकारों की मानें तो फर्जी मरहम पट्टी बांधने के नाम पर कम्पाउंडर एवं चिकित्सकों का अलग-अलग रेट फिक्स है।
0 comments:
Post a Comment