बसैटी (अररिया) : रानीगंज प्रखंड में स्वच्छ जल आपूर्ति योजना फ्लापहोता प्रतीत हो रहा है। 2004-05 में स्वीकृति 7461 लाख रुपये की लागत से लोक स्वास्थ्य प्रमंडल द्वारा बनाया गया गितवास बाजार स्थित पानी टंकी जर्जर हो रहा है। ग्रामीणों को आरोप है कि 7 वर्ष पूर्व बना इस टंकी से आज तक लोगों को एक बूंद स्वच्छ जल नसीब नहीं हुआ है। वही ग्रामीण राम चंद्र चौधरी, अजय कुमार की मानें तो स्वच्छ जल आपूर्ति कागजों पर जरूर चल रहा है। पंचायत के मुखिया ममता देवी बताती हैं कि सड़कों के बीचो बीच पाइप बिछाया गया है। जो जर्जर हो गया है। उन्होंने बताया कि कई बार प्रशासन व सरकार से इसे सुचारु रूप से स्वच्छ जल उपलब्ध कराने की मांग की गई परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं बसैटी गांव में विगत तीन वर्षो से पानी टंकी का निर्माण कार्य अधुरा पड़ा। कमोवेश यही स्थिति मिर्जापुर गांव की है जहां लोगों को स्वच्छ जल स्वप्न लग रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्रों के चापाकल से आयरन युक्त पानी निकलता है जिसे पीने से काफी संख्या में पेट, दांत, मुंह आदि के कई संक्रमित बीमारी ग्रसित हैं। ग्रामीणों ने स्वच्छ जल उपलब्ध कराने की मांग प्रशासन व सरकार से की है।
इस बाबत पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता अशोक सिंह का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान पाइप को क्षति हुई है। इसे ठीक करने के लिए संवदेक को पत्र लिखा गया है। श्री सिंह ने कहा कि फील्ड में काम करने वाले अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे हैं।
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